कम रोशनी में पढ़ेंगे तो आंखें होंगी खराब, जानें... चिकित्सक ने और क्या दी खास जानकारी Bhagalpur News
कम रोशनी में लगातार पढऩे से आंखों में दर्द होने लगता है। इससे आंखें खराब भी हो सकती हैं। इसलिए तेज रोशनी में पढ़ाई करनी चाहिए।
भागलपुर [जेएनएन]। दैनिक जागरण कार्यालय में प्रश्न पहर का आयोजन किया किया। इस दौरान नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय कुमार ने फोन के माध्यम से पाठकों के सवालों का समाधान किया। कम रोशनी में लगातार पढऩे से आंखों में दर्द होने लगता है। इससे आंखें खराब भी हो सकती हैं। इसलिए तेज रोशनी में पढ़ाई करनी चाहिए। घंटों मोबाइल और कम्प्यूटर पर आंखे गड़ाए रखने और बिस्तर पर लेट कर पढऩे से भी आंखों की रोशनी प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि अच्छी रोशनी के लिए आंखों को धूलकण से बचाना आवश्यक है। अगर बाइक से यात्रा कर रहे हैं तो हेलमेट का जरूर पहनें। सूर्य की तेज रोशनी रेटिना को प्रभावित करती हैं इसलिए भी आंखों की रोशनी कम होने लगती है। अगर शुगर है तो उसे नियंत्रित रखना जरूरी है, नहीं तो रेटिना कमजोर हो जाती है। इससे आंख की रोशनी भी जा सकती है। पढ़ाई करते वक्त अगर आंखों में पानी आ जाए और सिर में दर्द होने लगे तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
प्रत्येक 20 मिनट पर आंखों को दें आराम
कंप्यूटर हो या मोबाइल पर लगातार कार्य करने के दौरान देर तक पलक नहीं झपकती। इससे आंखों में तनाव होता है। इस कारण प्रत्येक 20 मिनट पर काम बंद देना चाहिए। कंप्यूटर की तेज रोशनी से बचने के लिए रिफ्लेक्शन कोटीन चश्मा पहनना चाहिए।
जानें यह भी
पौष्टिक खानपान में हरी सब्जी, पीला फल, गाजर, साग आदि का सेवन करने से आंखों की रोशनी बरकरार रहती है।
डाइटिंग करने से आंखों के नीचे कालापन हो सकता है।
छह से आठ घंटे सोने से भी आंखें स्वस्थ रहती हैं।
मोतियाबिंद का इलाज केवल ऑपरेशन है, दवा से ठीक नहीं हो सकता।
40 वर्ष की उम्र के बाद अधिकांश लोगों के आंखों की रोशनी मद्धिम होने लगती है। नजदीक की वस्तु दिखाई नहीं देती।
प्रश्न : दो दिन पहले आंख में चोट लगी थी। आंख लाल हो गई है। - राम सुंदर, सिकंदरपुर
चोट की वजह से आंख लाल हुई है। अस्पताल में इलाज करवा लें।
प्रश्न : मेरी उम्र 16 वर्ष है। सिर में दर्द होता है, और पढऩे में परेशानी भी। - प्रवीण, आसानंदपुर
आंख की जांच करवा लें। कम रोशनी में पढऩे से सिर में दर्द और पढऩे में परेशानी हो रही है।
प्रश्न : दूर की वस्तु दिखाई नहीं देती है। अखबार पढऩे में कठिनाई होती है। - रानी गुप्ता, वारसलीगंज
आंखों की रोशनी मद्धिम हो रही है, आंखों की जांच अस्पताल में करवा लें।
प्रश्न : मेरी उम्र 43 वर्ष है। एक आंख हल्की लाल हो गई है। देखने में भी परेशानी हो रही है। - संजू कुमार, नाथनगर
धीरे-धीरे आंखों की रोशनी कम हो रही है। आंखों की जांच करवा लें, चश्मा लगाना पड़ेगा।
प्रश्न : सिर में दर्द होता है। दूर की वस्तु दिखाई नहीं देती है। - संजय, भीखनपुर
इसे मायोपिया कहा जाता है। आंखों की रोशनी कम होने से सिर में दर्द होने लगता है। आंखों की जांच करवा लें।
प्रश्न : आठ वर्ष की बेटी है। आंख से पानी गिरता है, खुजलाता भी है। - प्रिया तिवारी, अकबरनगर
एलर्जी के कारण ऐसा हो रहा है। बरसात, गर्मी, धूल, धुंआ, धूप और ठंड से एलर्जी हो सकती है। तकरीबन तीन-चार माह दवा खाने से ठीक हो यह समस्या दूर हो जाएगी। धूप में बेटी को काला चश्मा पहना दें।
प्रश्न : आंख के नीचे मांस बढ़ गया है। इससे कोई परेशानी नहीं है। - पप्पू सिंह, इस्माइलपुर
चिकित्सक से दिखा लें। शरीर के किसी भी हिस्से में मांस बढऩा ठीक नहीं है। किसी बीमारी का लक्षण भी हो सकता है।
प्रश्न : आंख से पानी निकलता है और दर्द भी होता है। - रीतेश कुमार, सबौर
आंसू की नली जाम होने से भी पानी गिरता है। आंखों की जांच करवा लें।
प्रश्न : मोतियाबिंद हो गया है, क्या दवा से ठीक हो सकता है। -शंकर पासवान, इस्माइलपुर
मोतियाबिंद का इलाज केवल ऑपरेशन है, दवा नहीं। अब तो आधा घंटा में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर मरीज को घर भेज दिया जाता है।
प्रश्न : पढ़ाई करते समय आंखों में पानी आ जाता है। - दीपक कुमार, नारायणपुर
कंप्यूटर या मोबाइल पर लगातार काम नहीं करें। इससे पलक झपकती नहीं है। इससे आंखों में तनाव हो जाता है। दर्द और आंख से पानी गिरने लगता है।
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