राशन कार्ड बनवाने सुबह पहुंच गए थे सैंकड़ों लोग, शाम तक पांच सौ लोगों ने जमा किए फॉर्म, काउंटर बंद होते ही लोगों ने शुरू कर दी तोडफ़ोड़
सोमवार को सुबह छह बजे के करीब सैंकड़ों लोग राशन कार्ड बनवाने के लिए प्रखंड कार्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर के पास पहुंच गए। शाम तक करीब पांच सौ लोगों ने आवेदन जमा किया। इसके बाद काउंटर बंद करते ही हंगामा शुरू हो गया। लोगों ने तोड़-फोड़ भी की।
भागलपुर, जेएनएन। सबौर प्रखंड में राशन कार्ड बनवाने के लिए हर दिन मारामारी की स्थिति रहती है। प्रखंड कार्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर पर पिछले चार-पांच दिनों से लोगों की भीड़ लग रही है। इस दौरान न तो शारीरिक दूरी का पालन किया जाता है और न ही कोरोना से बचाव के लिए अन्य कोई कोई गाइडलाइन का पालन किया जाता है। भीड़ का आलम इस कदर है कि यहां पर हर दिन कोई न कोई बेहोश होकर गिर रहा है। ज्यादातर लोग मास्क तक नहीं लगाते हैं।
सोमवार को सुबह छह बजे के करीब सैंकड़ों लोग राशन कार्ड बनवाने के लिए प्रखंड कार्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर के पास पहुंच गए। काउंटर खुलने पर लोग लाइन में आगे लगने के लिए धक्का-मुक्की करने लगे। शाम चार बजे तक करीब पांच सौ लोगों ने आवेदन जमा किया। इसके बाद जैसे ही कर्मचारियों ने काउंटर को बंद किया लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। दोबारा काउंटर खोलने की मांग को लेकर
उनलोगों ने तोडफ़ोड़ भी शुरू कर दी। इस दौरान कई खिड़कियों के शीशे भी तोड़ दिए गए। इस दौरान कर्मचारी कमरे में दुबके रहे। वहां पर तैनात पुलिसकर्मी ने रोकने तक की कोशिश नहीं की। एक-डेढ़ घंटे के बाद मामला शांत होने पर लोग बाहर निकले।
हर दिन तकरीबन पांच सौ लोगों के जमा लिए जाते हैं फॉर्म
प्रखंड कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार आरटीपीएस काउंटर पर रोज तकरीबन 500 के आसपास आवेदन पत्र जमा हो रहे हैं। प्रखंड में मतदाताओं की कुल संख्या एक लाख के पार है। प्रखंड आपूॢत पदाधिकारी अंजनी कुमार की माने तो पहले से प्रखंड में 21801 राशन कार्ड हैं जिसमें कुल परिवार की संख्या 1 लाख 50 हजार 54 हैं। जबकि नया कार्ड 5475 बनकर आया है जिसे वितरण कर दिया गया।
एक तरह से कहा जा सकता है कि एक लाख मतदाता वाले प्रखंड में डेढ़ लाख से ज्यादा राशन कार्ड धारी सदस्य हैं। इसके बाद भी दर्जनों की संख्या में रोज लोग राशन कार्ड बनवाने के लिए अपने बारी का इंतजार कर रहे हैं। अधिकारी भी इस भीड़ को देखकर हैरान हैं। प्रखंड के एक कर्मी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान राशन कार्ड पर फ्री में राशन देने के बाद से एक ही परिवार के अलग-अलग सदस्य राशन कार्ड बनवा रहे हैं। जबकि वे लोग साथ रहते हैं। नियमानुसार वहीं लोग राशन कार्ड नया बनवा सकते हैं जो परिवार से अलग या बंटवार हो जाए। लेकिन इन मानकों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। इस संदर्भ में प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रतिक राज कहते हैं कि जितने भी पात्र लाभुक हैं उनका कार्ड बनेगा। अगर किसी ने गलत तरीके से कार्ड बनवा लिया है तो उसकी जांच की जाएगी। इसके बाद उस कार्ड को रद कर दिया जाएगा।