Move to Jagran APP

पूर्णिया में लाखों के होल्डिंग टैक्स चोरी का मामला, अब व्यवसायिक भवनों का नए सिरे से होगा सर्वे

पूर्णिया शहर में लाखों के होल्डिंग टैक्स चोरी का मामला सामने आया है। आवासीय की आड़ में व्यवसायिक भवनों का उपयोग यहां आम बात है। इस आड़ में करोड़ों के राजस्व का चूना नगर निगम को लग रहा है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sun, 03 Oct 2021 01:09 PM (IST)Updated: Sun, 03 Oct 2021 01:09 PM (IST)
पूर्णिया में लाखों के होल्डिंग टैक्स चोरी का मामला, अब व्यवसायिक भवनों का नए सिरे से होगा सर्वे
पूर्णिया शहर में लाखों के होल्डिंग टैक्स चोरी का मामला सामने आया है।

पूर्णिया [प्रकाश वत्स]। निगम क्षेत्र में होल्डिंंग टैक्‍स निर्धारण में हेराफेरी के साक्ष्य धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं। टैक्स निर्धारण में गड़बड़ी को लेकर उठ रहे सवाल के बीच नगर आयुक्त द्वारा महज तीन व्यवसायिक भवनों की कराई गई जांच में तय टैक्स से आठ लाख रुपये कम टैक्स निर्धारण की बात सामने आई है। इस स्थिति को लेकर शहर के उन सभी बड़े व्यवसायिक भवनों की जांच कराने का निर्णय लिया गया, जिनसे निगम को फिलहाल सर्वाधिक टैक्स आ रहा है।

loksabha election banner

लाइन बाजार के एक निजी अस्पताल सेे सलाना लग रहा चार लाख का चूना

नगर आयुक्त द्वारा जिन तीन भवनों की जांच कराई गई है, उनमें लाइन बाजार का एक बड़ा निजी अस्पताल भी है। इस अस्पताल द्वारा फिलहाल एक लाख 60 हजार सलाना टैक्स दिया जाता है। यह टैक्स पूर्व में नगर निगम के स्तर से ही निर्धारित की गई है। इधर नगर आयुक्त द्वारा जब इस भवन की जांच कराई गई तो निगम के तय मानदंड के अनुसार इस भवन का टैक्स साढ़े पांच लाख से अधिक हुई। इसको लेकर अस्पताल के संचालक को नोटिश भी देने की तैयारी शुरु है। इसी तरह दो अन्य भवनों की जांच में भी चार लाख कम टैक्स भुगतान की बात सामने आई है। दरअसल नगर निगम के कर्मियों के मिलीभगत से यह सारा खेल खेला गया है।

आउटसोर्सिंग को टैक्स वसूली की जिम्मेवारी सौंपने पर हो रहा विचार

नगर निगम में होङ्क्षल्डग टैक्स निर्धारण में व्यापक गड़बड़ी की बात पूर्व में भी सामने आ चुकी है। आवासीय की आड़ में व्यवसायिक भवनों का उपयोग यहां आम बात है। इस आड़ में करोड़ों के राजस्व का चूना नगर निगम को लग रहा है। इसको लेकर अब पटना व गया की तर्ज पर टैक्स वसूली की जिम्मेवारी भी आउट सोर्सिंग को सौपने पर विचार शुरु कर दिया है। पटना व गया में आउटसोर्सिंग से राजस्व में अप्रत्याशित इजाफा को लेकर अब विभाग के स्तर से भी इसमें अड़चन की संभावना क्षीण हो चुकी है।

होङ्क्षल्डग टैक्स चोरी को लेकर उठ रहे सवाल को लेकर नमूने के तौर पर तीन व्यवसायिक भवनों की जांच कराई गई है। इन तीनों भवनों की जांच में ही आठ लाख से अधिक की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है। लाइन बाजार स्थित एक निजी अस्पताल भवन का ही चार लाख कम टैक्स निर्धारण कर दिया गया है। प्रथम चरण में शहर के कुछ अन्य महत्वपूर्ण व्यवसायिक भवनों का जांच कराई जाएगी। -जीउत ङ्क्षसह, नगर आयुक्त, पूर्णिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.