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नेपाल के ऊपरी इलाकों में तेज बारिश, बिहार में बाढ़ को लेकर अलर्ट, खगडिय़ा में कोसी और बागमती खतरे के निशान से ऊपर

नेपाल के ऊपरी हिस्‍से में भारी बारिश का असर बिहार में दिखने लगा है। खगडि़या में इसको लेकर अलर्ट जारी किया गया है। कोसी और बागमती नदी अब भी यहां पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Thu, 08 Jul 2021 03:09 PM (IST)Updated: Thu, 08 Jul 2021 03:09 PM (IST)
नेपाल के ऊपरी इलाकों में तेज बारिश, बिहार में बाढ़ को लेकर अलर्ट, खगडिय़ा में कोसी और बागमती खतरे के निशान से ऊपर
नेपाल के ऊपरी हिस्‍से में भारी बारिश का असर बिहार में दिखने लगा है।

जागरण संवादाता, खगडिय़ा। खगडिय़ा में कोसी और बागमती के जलस्तर में कमी आई है। परंतु, दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर है। सभी बांध-तटबंधों की 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। फ्लड फाइङ्क्षटग फोर्स के अध्यक्ष ई शैलेश कुमार सिंह बीते कई दिनों से खगडिय़ा में कैंप किए हुए हैं। कोसी नदी पर बने बदला-नगरपाड़ा तटबंध के बीरवास स्थल पर दो सौ मीटर में फ्लड फाइङ्क्षटग कार्य जारी है।

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कोसी के जलस्तर में आई कमी, पर बढऩे की उम्मीद

खगडिय़ा के बलतारा में बीते 24 घंटे के दौरान कोसी के जलस्तर में नौ सेमी की कमी आई है। लेकिन केंद्रीय जल आयोग कोसी उपमंडल बेगूसराय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार कोसी के जलस्तर में वृद्धि संभावित है। डीएम आलोक रंजन घोष ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर कहा है कि नेपाल के ऊपरी इलाकों में हुई तेज बारिश के कारण कोसी का जलस्तर बढऩे की संभावना है, इसलिए अलर्ट रहें। गुरुवार को भीमनगर बराज के पास कोसी का डिस्चार्ज सुबह आठ बजे एक लाख 20 हजार 860 क्यूसेक रहा। बराह क्षेत्र का डिस्चार्ज एक लाख 11 हजार रहा।

बागमती घट रही है

खगडिय़ा के संतोष स्लूईस के पास बागमती नदी के जलस्तर में उतार जारी है। पर खतरे के निशान से बागमती ऊपर बह रही है। फिलहाल बागमती खतरे के निशान से एक मीटर 79 सेमी ऊपर है।

नेपाल के ऊपरी इलाकों में हुई तेज बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर बढऩे की संभावना है। कृपया अलर्ट रहें। आलोक रंजन घोष, डीएम, खगडिय़ा।

बूढ़ी गंडक खतरे के निशान की ओर अग्रसर

बूढ़ी गंडक का बढऩा जारी है। गुरुवार को बूढ़ी गंडक खगडिय़ा समेत समस्तीपुर और रोसड़ा में बढ़ रही थी। खगडिय़ा में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से मात्र 64 सेमी नीचे है। बीते 24 घंटे के दौरान बूढ़ी गंडक के जलस्तर में 13 सेमी की वृद्धि हुई है। रोसड़ा में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से ऊपर है। मालूम हो कि खगडिय़ा जिले में ही बूढ़ी गंडक गंगा से संगम करती है। खगडिय़ा में गंगा भी बढ़ रही है। लेेकिन खतरे के निशान से अभी काफी नीचे है।  


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