दस्तावेज सत्यापन विवाद पर पीजी फिलास्फी के हेड का इस्तीफा
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में मंगलवार अजीब स्थिति पैदा हो गई।
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में मंगलवार अजीब स्थिति पैदा हो गई। सुल्तानगंज की छात्रा रीतिका के दस्तावेज सत्यापन करने के मुद्दे पर पीजी फिलास्फी के हेड डा. आरआर तिवारी और डीएसडब्ल्यू डा. राम प्रवेश सिंह आमने-सामने हो गए। दोनों सत्यापन की बात पर अलग-अलग नियमों की बात कर रहे थे। इस विवाद के बाद पीजी फिलास्फी के हेड ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने कुलपति कार्यालय को अपने इस्तीफे की कापी दे दी है। हालांकि इस्तीफे की बात पर उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि छात्रा रीतिका के मामले में वे राजभवन के बनाए नियमों के विरुद्ध जाकर कतई सत्यापन नहीं करेंगे। नियम के अनुसार छात्रा को प्रतिशत नहीं है। इस कारण सत्यापन नहीं किया गया है। उन्होंने किसी भी तरह के आरोपों से इंकार किया है।
क्या है मामला
सुल्तानगंज की छात्रा रीतिका कुमारी मंगलवार को प्रतिकुलपति कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठ गई। उनका आरोप था कि पीजी फिलास्फी में नामांकन की पहली मेधा सूची में नाम आने के बाद उन्होंने नामांकन लिया। जब वे दस्तावेज सत्यापन कराने के लिए पहुंची तो हेड ने नियम का हवाला देते हुए दस्तावेज सत्यापन नहीं किया।
धरने की सूचना पर कुलसचिव डा. निरंजन प्रसाद यादव ने छात्रा को अपने कार्यालय में बुलाया। छात्रा ने अपनी समस्या कुलसचिव को बता दी। तत्काल कुलसचिव ने इस मामले में संबंधित हेड ओर सीसीडीसी डा. केएम सिंह से बात की। इसके बाद हेड विश्वविद्यालय पहुंचे। उन्हें सीसीडीसी डा. केएम सिंह ने विवि के नियमों का हवाला देते हुए जानकारी दी। इसी बीच डीएसडब्ल्यू ने कहा कि नामांकन समिति ने नामांकन नियमों के तहत लिया है। वे केवल दस्तावेजों का सत्यापन कर दें।
इसी बात पर डीएसडब्ल्यू और पीजी हेड के बीच नियमों की बात पर तनातानी की स्थिति हो गई। डीएसडब्ल्यू ने कहा कि छात्रा का नामांकन नियमों के तहत लिया गया है। उनका दस्तावेज सत्यापित होगा। उन्होंने छात्रा को आश्वासन दिया कि वो परेशान न हों। उनका नामांकन ले लिया गया है तो दस्तावेज का सत्यापन होगा।