कटिहार की बेटियों की हस्तलिखित पत्रिका बांट पढ़ाया जाएगा अधिकारों का पाठ
कटिहार की बेटियों ने प्राकृतिक स्रोत से पोषण के उपायों एवं महिलाओं के अधिकारों से संबंधित एक त्रैमासिक हस्तलिखित पत्रिका त्तैयार की है। जिसका वितरण महिलाओं के बीच किया जाएगा। ताकि व स्वस्थ्य रह कर अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ सके।
कटिहार [नीरज कुमार]। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओ को पोषण, स्वास्थ्य सहित अधिकारियों को लेकर आवाज बुलंद करने के लिए सीमांचल की बेटियों ने अनूठी मुहिम शुरू की है। स्वयंसेवी संस्था भूमिका विहार से संबद्ध दुर्गा जत्था से जुड़ी किशोरियों ने हस्तलिखित त्रैमासिक पत्रिका निकालने का निर्णय लिया है। दिसंबर माह में प्रथम अंक का प्रकाशन कर पंचायत और गांव स्तर पर महिलाओं, युवतियों व समाज के बुद्धिजीवी वर्ग के बीच इसका वितरण भी किया जाएगा। 10 पन्ने की इस हस्तलिखित पत्रिका में पोषण के प्राकृतिक स्रोत की जानकारी देने के साथ ही बेटियों की सफलता से जुड़ी कहानियों के साथ ही पढ़ाई और स्वरोजगार के अवसर से संबंधित सूचना भी संकलित है। किसी तरह की आपात स्थिति या वरीय अधिकारियों से की जाने वाली शिकायत करने के तरीकों की जानकारी भी दी जाएगी। इसके लिए दुर्गा जत्था की किशोरियों को भूमिका विहार द्वारा प्रशिक्षण भी दिया गया है। प्रकाशित होने वाले लेख व सूचना का संग्रह क्षेत्र विशेष से संबंधित विशेषज्ञों से बातचीत एवं उनके विचारों पर आधारित रहेगी।
क्या है स्वहस्तलिखित पत्रिका प्रकाशन का उद्देश्य
ग्रामीण इलाकेे की लड़कियों में सृजनात्मक क्षमता का विकास करने के साथ उनके अधिकारियों के प्रति जागरूक करना इस मुहिम उद्देश्य है। प्रथम चरण में कोढा प्रखंड के रामपुर एवं कुरसेला के खेरिया पंचायत में दुर्गा जत्था की किशोरियों द्वारा इस पत्रिका का प्रकाशन किया गया है। सीमांचल के अररिया व किशनगंज जिले में भी जनवरी माह से यह मुहिम शुरू की जाएगी। गेंहू, मक्का, अड़हुल, गुलाब, कनाईल सहित घर के आस पास उगने वाले पौधों के औषधीय एवं पौष्टिक महत्व की जानकारी दी जाएगी। निरक्षर महिलाओं को पत्रिका में दी गई सूचना की जानकारी देने के लिए वाचक टीम का भी गठन किया गया है। दुर्गा जत्था की सुमन, राजनंदिनी, आरती, चांदनी आदि ने बताया कि अपनी आवाज को अक्षरों में पिरोकर लड़कियों को आगे बढऩे के लिए प्रेरित करने के साथ ही समाज में आ रहे बदलाव के साथ ही सरकार सहित अन्य स्तरों से किए जा रहे प्रयास की जानकारी दी जाएगी।
क्या कहती है भूमिका विहार की निदेशक
भूमिका विहार की निदेशक शिल्पी सिंह कहती है कि दुर्गा जत्था से जुड़ी लड़कियों ने हस्तलिखित त्रैमासिक पत्रिका निकालने का निर्णय लिया है। सीमांचल के इलाके में यह अपनी तरह की पहली अनोखी मुहिम है। ग्रामीण महिलाओं को प्राकृतिक पोषक तत्वों की जानकारी देने के साथ ही उन्हें अधिकारों के प्रति जागरूक करने एवं लड़कियों के प्रति सकरात्मक माहौल व सोच बनाना इस मुहिम का उद्देश्य है।