ग्रीन एंड क्लीन दिखेगा बिहार के सरकारी स्कूलों का कैंपस, साफ-सफाई के लिए सहरसा के 950 स्कूलों को मिला फंड
सरकारी स्कूलों का कैंपस ग्रीन एंड क्लीन दिखेगा। इसके लिए साफ-सफाई मद में अलग से राशि उपलब्ध कराई जा रही है। सहरसा के 950 स्कूलों को फंड आवंटित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में...
संवाद सूत्र, सहरसा। जिले में साफ-सफाई एवं स्वच्छता को लेकर हर स्कूल को राज्य सरकार की पहल पर राशि उपलब्ध करायी गयी है। जिले में वर्ष 2020-21 में राज्य सरकार के निर्देश पर सर्व शिक्षा अभियान ने जिले के प्रारंभिक स्कूलों व प्लस टू स्कूलों को भी रख-रखाव के नाम पर राशि प्रदान की है। सर्व शिक्षा अभियान द्वारा जिले में छह करोड़ रुपये वितरित किया गया है। स्कूलों में छात्र- छात्राओं की संख्या अनुसार ही राशि का वितरण किया गया है। जिले के 950 प्राइमरी व मिडिल स्कूलों सहित हाई स्कूल व प्लस टू स्कूलों में नामांकित बच्चों की तुलना से राशि दी गयी है। इस राशि से स्कूल प्रधान अपने-अपने विद्यालयों में रख रखाव, भवन मरम्मती, रंग रोगन, शौचालय निर्माण आदि पर खर्च करना है।
छात्रों की संख्या - उपलब्ध करायी गयी राशि
99 से कम - 12500 रुपये
100 से ज्यादा - 25000 रुपये
250 से ज्यादा - 50000 रुपये
999 तक - 75000 रुपये
1000 से ऊपर - 100000 रुपये
आंतरिक संसाधन का है अभाव
जिले के 1274 प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में आंतरिक संसाधन का अभाव है। जिले के सरकारी स्कूलों में कहीं बेंच-डेस्क की कमी है तो कहीं खेल का मैदान की कमी से स्कूल जूझ रहा है। स्कूलों में बच्चों को पीने के लिए 95 फीसद स्कूलों में आरओ नहीं लगाया गया है। बच्चों को चापाकल का संक्रमित पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। कई प्रखंडों के प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में बिजली नहीं रहने के कारण बच्चों को आनलाइन पढ़ाई करने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के कई प्राइमरी व मिडिल स्कूल का भवन जर्जर हालत में है। जो कभी भी हादसा का गवाह बन सकता है।
बच्चों की संख्या के हिसाब से राशि उपलब्ध करा दी गयी है। सरकारी विद्यालयों के रख- रखाव हेतु राशि खर्च करने का निर्देश दिया गया है।
जियाउल होदा खां, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सर्व शिक्षा अभियान