खगड़िया के लिए खुशखबरी! 36 करोड़ की लागत से बन रहा पशु आहार कारखाना, मिलेगा किसानों लाभ-बेरोजगारों को रोजगार
खगड़िया के लिए खुशखबरी है। जिले में 36 करोड़ रुपये से बिहार का तीसरा सबसे बढ़ा पशु आहार कारखाना यहां बनाया जा रहा है जो मार्च 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इस कारखाने से रोजगार सृजन तो होगा ही साथ ही किसानों को लाभ भी मिलेगा।
जागरण संवाददाता, खगड़िया: जिले के किसानों, पशुपालकों और बेरोजगारों के लिए खुशखबरी है। महेशखूंट स्थित पशु आहार कारखाना मार्च 2022 में शुरू हो जाएगा। कारखाना का निर्माण युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। जनवरी 22 तक कारखाना का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। उत्पादन मार्च में आरंभ हो सकेगा। कारखाना का निर्माण कंफोर्ट पटना की ओर से हो रहा है। लेकिन यह कारखाना बरौनी डेयरी के अधीन है। कारखाना निर्माण की लागत खर्च 36 करोड़ के आसपास है। इस कारखाना के उदघाटन के साथ ही यहां के पशुपालकों के साथ मक्का किसानों को काफी फायदा मिलेगा। बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा।
बिहार का तीसरा कारखाना होगा: अभी सुधा दाना का बिहार में मात्र दो कारखाना पटना और कांटी, मुजफ्फरपुर में है। महेशखूंट का यह कारखाना बिहार का तीसरा कारखाना होगा। जो आटोमेटिक मशीनों से लैस कारखाना होगा। महेशखूंट कारखाना की उत्पादन क्षमता प्रतिदिन तीन सौ मीट्रिक टन की होगी। जिससे दो से तीन सौ लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सकेगा।
सस्ते में मिल सकेगा पशु आहार: वर्तमान में पशुपालकों को पटना व रांची में बने पशु आहर मुहैया कराया जा रहा है। महेशखूंट कारखाना आरंभ होने के बाद यहां तैयार दाना खगड़िया, बेगूसराय, लखीसराय, पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल और समस्तीपुर, सहरसा, सुपौल तक भेजे जाएंगे। जो किसानों को सस्ते दर पर मिलेगा। महेशखूंट पशु आहार कारखाना के सहायक प्रबंधक, परियोजना, उमेश कुमार ने कहा कि सिर्फ खगड़िया, बेगूसराय, लखीसराय और बाढ़ अनुमंडल में लगभग 24 सौ दुग्ध उत्पादक समितियां कार्यरत है। खगड़िया में सात सौ के आसपास समितियां हैं। जिससे सात हजार किसान जुड़े हुए हैं। कारखाना चालू हो जाएगा, तो यहां के दुग्ध उत्पादक समितियों के किसानों को फायदे होंगे।
मक्का किसानों को भी होगा फायदा: महेशखूंट पशु आहर कारखाना आरंभ होने के बाद यहां के मक्का किसानों को भी काफी फायदा होगा। कारखाना की उत्पादन क्षमता प्रतिदिन तीन सौ मीट्रिक टन है। जिसमें प्रति दिन 45 मीट्रिक टन मक्के की आवश्यकता होगी। जिससे यहां के मक्का किसानों को मक्का बिक्री के लिए एक नया स्थल मिल सकेगा।
पांच सौ लोगों को मिलेगा रोजगार: कारखाना आरंभ होने के बाद यहां के लोगों को कई स्तर पर रोजगार मिल सकेगा। कारखाना में पूरी तरह आटोमेटिक मशीन रहने के कारण सौ के करीब मजदूरों को रोजगार मिल सकेगा। अन्य कार्य के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा होंगे। सहायक महाप्रबंधक के अनुसार प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से पांच सौ से ऊपर लोगों को रोजगार मिल सकेगा। कारखाना में कार्य करने वाले लोगों के अलावा वाहन चालकों, लोड- अनलोड, मार्केटिंग सहित अन्य कार्य में लोगों को रोजगार
मिलेगा।
'बिहार सरकार के सहयोग से महेशखूंट में पशु आहार कारखाना बनाया जा रहा है। जिसका निर्माण कार्य जनवरी 22 में पूर्ण हो जाएगा। 22 मार्च तक उत्पादन आरंभ करने की योजना है। तीन सौ एमटी प्रतिदिन उत्पादन क्षमता वाला यह कारखाना पूर्ण आटोमेटिक होगा। बिहार का यह तीसरा पशु आहर कारखाना है। इससे पशुपालकों को सस्ते में पशु आहर मिल सकेगा।'- मो. हामिद उद्दीन, सहायक महाप्रबंधक, सुधा डेयरी, बरौनी।