यहां 12 बजे तक मात्र एक आयुष चिकित्सक थे मौजूद
अलौली प्रखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल बेहाल है। जिसका उदाहरण अलौली सीएचसी में देखा जा सकता है। विभागीय उदासीनता और अधिकारियों की लापरवाही के कारण अलौली सीएचसी की दयनीय स्थिति बनी हुई है। गुरुवार को जागरण टीम ने अलौली सीएचसी का जायजा लिया। जिसमें कई खामियां उजागर हुई। 12 बजे दिन तक सीएचसी में मात्र एक आयुष चिकित्सक पहुंचे थे। जो मरीज देख रहे थे।
संवाद सूत्र, अलौली (खगड़िया): अलौली प्रखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल बेहाल है। जिसका उदाहरण अलौली सीएचसी में देखा जा सकता है। विभागीय उदासीनता और अधिकारियों की लापरवाही के कारण अलौली सीएचसी की दयनीय स्थिति बनी हुई है। गुरुवार को जागरण टीम ने अलौली सीएचसी का जायजा लिया। जिसमें कई खामियां उजागर हुई। 12 बजे दिन तक सीएचसी में मात्र एक आयुष चिकित्सक पहुंचे थे। जो मरीज देख रहे थे। वहीं अन्य चिकित्सक नदारद थे। अस्पताल में गंदगी भी दिखी। यहां लोगों को एक्सरे की सुविधा नहीं मिल रही है। पूछे जाने पर जानकारी मिली की एक्सरे मशीन बीते तीन माह से खराब पड़ा है। सीएचसी के कार्यालय की ओर धुआं दिखा। वहां जाने पर दिखा कि कुछ कर्मी प्रांगण में कागजों का बंडल जला रहे थे। पूछने पर बताया गया कि कार्यालय का पुराना रद्दी कागज है। प्रबंधक अशोक कुमार ने बताया कि आफिस में कचरा भरा था। सफाई कराने के बाद रद्दी कागज और कचरे को जलाया जा रहा है। अस्पताल की व्यवस्था व कर्मी के बाबत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. मनीष कुमार ने बताया कि एक्स-रे मशीन खराब है। जिसे लेकर अधिकारियों को अवगत कराया गया है। अनुपस्थित चिकित्सक व कर्मी से स्पष्टीकरण पूछा जाएगा। गोगरी रेफरल अस्पताल में पानी की समस्या
संवाद सूत्र, गोगरी (खगड़िया): रेफरल अस्पताल गोगरी में मरीजों के पीने के लिए फिलहाल शुद्ध पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। कई दिनों से आरओ प्लांट खराब पड़ा हुआ है। जिससे मरीजों ही नहीं बल्कि अस्पताल कर्मियों को भी पानी पीने के लिए भटकते हुए देखा जाता है। पीने के लिए पानी बाजार से मंगवाना पड़ता है। जिससे मरीजों को जेब ढीली करनी पड़ती है। चापाकल का भी पानी पीने योग्य नहीं है। आरओ प्लांट को अस्पताल प्रशासन द्वारा ठीक नहीं कराया जा रहा है। अस्पताल प्रभारी डा. चंद्रप्रकाश से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जल्द ही आरओ को ठीक करा लिया जाएगा।