Move to Jagran APP

छेड़खानी की शिकायत पर स्‍कूल ने नहीं की कार्रवाई, भड़की छात्राओं ने उठाया ये बड़ा कदम

बिहार के सुपौल में स्‍कूल की छात्राएं एक छात्र की छेड़खानी से परेशान थीं। जब स्‍कूल प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की तो वे परिसर में ही कार्रवाई होने तक भूख हड़ताल पर बैठ गईं।

By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 09 Sep 2019 09:11 PM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 07:12 PM (IST)
छेड़खानी की शिकायत पर स्‍कूल ने नहीं की कार्रवाई, भड़की छात्राओं ने उठाया ये बड़ा कदम
छेड़खानी की शिकायत पर स्‍कूल ने नहीं की कार्रवाई, भड़की छात्राओं ने उठाया ये बड़ा कदम

सुपौल [जेएनएन]। एक छात्र स्‍कूल में छात्राओं पर फब्तियां कसता रहता था, लेकिन स्‍कूल प्रबंधन से शिकायत करने पर भी कार्रवाई नहीं होती थी। इससे छात्र का मन बढ़ता जा रहा था। इससे परेशान छात्राओं ने स्‍कूल में ही भूख हड़ताल पर बैठ गईं। घटना सुपौल के जवाहर नवोदय विद्यालय का है।

loksabha election banner

भूख हड़ताल पर बैठीं छेड़खानी से परेशान छात्राएं

मिली जानकारी के अनुसार स्‍कूल की वर्ग 10 की छात्राओं पर उसी वर्ग का एक छात्र अक्सर फब्तियां कसता और अभद्र व्यवहार करता था। छात्र के इस व्यवहार की शिकायत छात्राओं ने पहले प्राचार्य से की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद स्‍कूल की सभी छात्राएं परिसर में ही भूख हड़ताल पर बैठ गईं।

मचा हड़कम्‍प, कार्रवाई हुई तो मानीं

छात्राएं अनिश्चितकालीन भुूख हड़ताल के मूड में थीं। इससे स्‍कूल में हड़कम्‍प मच गया। वहां लोगों की भीड़ जुट गई। करीब चार घंटे तक चले आंदोलन के उपरांत आखिरकार प्राचार्य ने दोषी छात्र को अगले आदेश तक के लिए स्‍कूल से निष्कासित कर दिया। तब जाकर छात्राएं शांत हुईं।

आक्रोशित छात्राओं ने कही ये बात

छात्राओं का कहना था कि आरोपित छात्र लड़कियों को देखकर अक्सर फब्तियां कसता और गलत हरकत करता रहा है। इतना ही नहीं, वर्ग कक्ष के समय भी वह छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार करता है। इसकी शिकायत काने पर भी स्‍कूल के प्राचार्य व शिक्षक कार्रवाई नहीं करते थे। पहले भी इसी छात्र को लेकर स्‍कूल में विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो गई थी। तब मामला शांत करने में पुलिस-प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा था।

प्रभारी प्राचार्य बोलीं: 10वीं की परीक्षा देगा आरोपित छात्र

इस बाबत प्रभारी प्राचार्य सुषमा सिन्हा ने बताया कि आरोपित छात्र को इस बार 10वीं बोर्ड की परीक्षा में शामिल होना है। उसका सेशन समाप्त हो चुका है। ऐसी स्थिति में उसके स्‍कूल आने का कोई सवाल ही नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.