विद्यालय भवन के लिए राशि की कर ली निकासी, लेकिन निर्माण तो हुआ ही नहीं, भागलपुर के नौ प्रधानाध्यापकों गिरेजी गाज
भागलपुर के भरोखर सोनवर्षा ओलापुरा बोचाही दियारा खैरपुर कदवा पहाडिय़ा टोला के स्कूल प्रधान ने की थी निकासी। तीन प्रधानाध्यापक ने सार्टिफिकेट केस के बाद लौटा दी राशि। छह प्रधानाध्यापक के खिलाफ अब भी चल रहा है सार्टिफिकेट केस।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिला में नौ विद्यालय भवन निर्माण के लिए राशि की निकासी कर ली गई। इसके बावजूद भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। विभाग ने जब सख्त रुख अपनाया, तो तीन विद्यालयों के तत्कालीन प्रधानाध्यापक ने विभाग को राशि लौटा दी। छह विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने अब तक राशि नहीं लौटाई है। ऐसे विद्यालयों के प्रधानाध्यापक के खिलाफ अब भी सार्टिफिकेट केस लंबित है।
बिहार शिक्षा परियोजना के सहायक अभियंता मनोज कुमार सिंह ने कहा कि जगदीशपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय भरोखर में भवन निर्माण के लिए तीन लाख 93 हजार 504 रुपये, बिहपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय सोनवर्षा में पांच लाख 53 हजार 555 रुपये, कहलगांव के मध्य विद्यालय ओलापुरा में चार लाख 82 हजार 440 रुपये, गोपालपुर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय बोचाही दियारा में चार लाख 39 हजार 297 रुपये, नवगछिया प्रखंड के मध्य विद्यालय खैरपुर कदवा में तीन लाख 79 हजार 787 रुपये, प्राथमिक विद्यालय पहाडिय़ा टोला पीरपैंती में तीन लाख 95 हजार छह रुपये की निकासी की गई। अब तक इन विद्यालयों में भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। ऐसे विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के खिलाफ सार्टिफिकेट केस दर्ज कराया गया है।
वर्षा जल संचय की राह में उदासीनता बनी बाधक
जागरण संवाददाता, भागलपुर : मुख्यमंत्री जल जीवन हरियाली योजना के तहत वर्षा जल संचय को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सरकारी विद्यालयों में वर्षा जल संचय पीट का निर्माण कराया गया। जिला में 123 विद्यालयों में वर्षा जल संचय योजना को लेकर पीट का निर्माण कराया गया। इस योजना पर लाखों रुपये खर्च किए गए। लेकिन, विद्यालयों की ओर से अब तक खर्च की गई राशि का डीसी बिल विभाग को उपलब्ध नहीं कराया गया है। ऐसे में वित्त विभाग ने दूसरे किश्त की राशि निकासी पर रोक लगा दी है।
बिहार शिक्षा परियोजना के परियोजना निदेशक श्रीकांत शास्त्री ने सभी जिला के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान को पत्र लिख कर अविलंब जल जीवन हरियाली योजना के तहत विद्यालयों में वर्षा जल संरक्षण के लिए पीट निर्माण पर खर्च किए गए राशि का डीसी बिल जमा करने के निर्देश दिए हैं। बताते चलें कि वर्ष 2019-20 में राज्य के 3125 विद्यालयों में जल जीवन हरियाली योजना के तहत 25 करोड़ रुपये खर्च किए गए। परियोजना निदेशक के निर्देश के आलोक में अब शिक्षा विभाग ने सभी प्रधानाध्यापक को एक सप्ताह के अंदर डीसी बिल जमा करने के निर्देश दिए हैं।