पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी, बेटी और बेटे ने रिहाई के लिए मुहिम की तेज, कहा- 26 जनवरी को होगी सिंह गर्जना
लवली आनंद उनकी पुत्री सुरभि आनंद और कनिष्ठ पुत्र अंशुमन आनंद ने सिंह गर्जना के बारे में बताते हुए सरकार पर फिर से हमला बोला है। पूर्व सांसद आनंद मोहन के स्वजनों का कहना है कि उन्हें 14 साल की सजा के बाद...
संवाद सूत्र, सहरसा: 'राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण राज्य सरकार षडयंत्र रचकर पूर्व सांसद आनंद मोहन को परेशान कर रही है। पहले साजिश रचकर उन्हें कृष्णैया हत्याकांड में फंसाया गया और जब उन्होंने न्यायालय का सम्मान करते हुए 14 वर्ष की सजा अवधि को पूरा कर लिया, तब भी एक- से- एक कुचक्र रचा जा रहा है।' उक्त बातें शनिवार को पूर्व सांसद लवली आनंद, उनकी पुत्री सुरभि आनंद और कनिष्ठ पुत्र अंशुमन आनंद ने संयुक्त रूप पत्रकारों से बात करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि सरकार की इस साजिश के खिलाफ 29 जनवरी को सिंह गर्जना में बिहार और देश के विभिन्न कोने से लोग पटना पहुंचेंगे। पूर्व सांसद ने कहा कि आनंद मोहन को एक साजिश के तहत जेल में रखे जाने से पूरे देश में उनके समर्थकों में भयंकर आक्रोश है। एक समय था जब नीतीश कुमार ने स्वयं उनको निर्दोष करार देते हुए उनके पक्ष में आंदोलन पर उतारू हुए थे, परंतु बदली राजनीतिक परिस्थिति में सरकार पूरी तरह बदले की भावना से काम कर रही है। कहा कि यह न्याय के साथ विकास की अवधारणा पर कुठाराघात है।
पूर्व सांसद आनंद मोहन व लवली आनंद की पुत्री सर्वोच्च न्यायालय की अधिवक्ता सुरभि आनंद ने कहा कि परिहार दिए जाने में सरकार उदासीनता और साजिश को न्यायालय में भी चुनौती दी जाएगी। अंशुमन आनंद ने कहा कि सरकार विरोधियों को किनारा करने के लिए जिस हद तक पहुंच गई है, उसके चलते सत्तासीन लोगों को भयंकर जनाक्रोश का मुकाबला करना पड़ेगा। मौके पर दर्जनों की संख्या में फैन आफ आनंद मोहन के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
जमुई से भी बुलंद होने लगी आनंद मोहन की रिहाई की मांग
- - अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया फैसला
संवाद सहयोगी, जमुई : पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई की मांग अब जमुई से भी उठने लगी है। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की बैठक में रिहाई की मांग सहित अन्य कई मुद्दों पर सर्वसम्मति से फैसला लिया गया। रविवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा बिहार प्रदेश के अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंह की अध्यक्षता में बोधवन तालाब इलाके स्थित सामुदायिक भवन में बैठक आयोजित की गई थी। इस अवसर को महाराणा प्रताप स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाया गया। स्वाभिमान दिवस का शुभारंभ महाराणा प्रताप की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर किया गया।
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंह ने कहा कि हम सभी क्षत्रिय समाज को एक होने का समय है और महाराणा प्रताप के आदर्शों को अपनाना है। ताकि हम सभी की एकता चट्टान की तरह मजबूत रहे। नंदलाल ङ्क्षसह ने कहा कि हम सबों का उद्देश्य मानव सेवा है। समाज की एकता अखंडता बरकरार रहे। समाज के गरीब तबके के लोगों के लिए एक होना होगा। साथ ही सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करना होगा, जो सबसे अहम है। दहेज प्रथा, बाल विवाह, समाज के युवाओं को स्वरोजगार की ओर अग्रसर करना होगा। इसके साथ ही समाज के आदर्श पुरुष आनंद मोहन की रिहाई के लिए एक होकर आवाज उठाना होगा, जिसका उपस्थित सभी लोगों ने समर्थन किया।
इस मौके पर महाराणा प्रताप की कृतियों और आदर्शों का बखान किया गया। स्मृति दिवस पर मुख्य रूप से महासभा के जिला प्रभारी नंदलाल सिंह के अलावा नरेंद्र सिंह, प्रदेश मंत्री संजय सिंह, रामाशीष सिंह, अनुज सिंह, धनंजय सिंह, उदय सिंह, निरंजन सिंह, संजीव सिंह, आलोक सिंह, राकेश सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।