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बिहार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने CM नीतीश को लिखा पत्र, बोले- प्‍लीज...! खेतिहर, मजदूर और किसानों की रक्षा करें

बिहार में कोरोना संकट बढ़ता जा रहा है। कोरोना के कारण किसान और मजदूर परेशान हैं। पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर ऐसे लोगों की रक्षा करने की अपील की है। उन्‍होंने कहा कि कोरोना से लड़ाई में सभी को साथ देना चाहिए।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Fri, 04 Jun 2021 08:50 AM (IST)Updated: Fri, 04 Jun 2021 08:50 AM (IST)
बिहार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने CM नीतीश को लिखा पत्र, बोले- प्‍लीज...! खेतिहर, मजदूर और किसानों की रक्षा करें
बिहार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह और नीतीश कुमार।

संवाद सहयोगी, जमुई। कोरोना संकट पर बिहार हिंद मजदूर सभा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह और बिहार किसान संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक दिनेश सिंह ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखकर निवेदन किया है कि कोरोना एक ऐसी बीमारी है, जिसका मुकाबला करना अकेले अपने बूते नहीं किया जा सकता। पत्र में पूर्व मंत्री तथा प्रदेश संयोजक ने कहा है कि वे सरकारी प्रयासों को नकार नहीं रहे हैं लेकिन कोरोना के विरुद्ध इस जंग में सबका समवेत योगदान जरूरी है। यह समय आलोचनाओं का नहीं मिल जुलकर काम करने का है।

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मुख्यमंत्री होने के नाते आपकी जिम्मेदारी बड़ी और अहम है। इस विपदा में पक्ष और प्रतिपक्ष मिलकर काम करे तो इससे लोकतांत्रिक परंपराएं मजबूत होगी। साथ ही राजनीतिक दलों के अलावा बहुत सारे संगठन हैं, जो इस विपदा के समय में काम भी कर रहे हैं, उनसे भी संपर्क और समन्वय जरूरी है। इसी तरह क‌ई एनजीओ, किसान और श्रमिक संगठन तथा जेपी आंदोलनकारियों का समूह भी है, जिनकी सेवा ली जा सकती है।

पत्र में मुख्यमंत्री से निवेदन किया गया है कि बिहार के लोग इस महामारी में सिर्फ अस्पताल में बेड, ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की अनुपलब्धता का ही दंश नहीं झेल रहे हैं बल्कि भूख,प्यास और अभाव के संकटों से भी जूझ रहे हैं। सच्चाई यही है कि अच्छे-अच्छे घरों का बुरा हाल है। 1967 के भीषण सूखा और अकाल पर भी मुख्यमंत्री का ध्यान खींचा गया है। कहा गया कि उस समय बिहार में सरकार अकाल का सामना करने में विफल साबित हुई थी। किंतु तब हमारे बीच हमारे नेता लोकनायक जयप्रकाश थे। उन्होंने तत्काल बिहार स्टेट रीलिफ कमेटी की स्थापना की और खुद मैदान में उतर ग‌ए थे। तभी लोगों की जान बची थी।

उन्‍होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी, आज सबसे बुरी स्थिति में खेतिहर, मजदूर और किसान हैं। सबसे दुखद यह है कि जो सामान या खाद्यान्न गांव में पैदा होकर शहर जा रहे हैं, वह सस्ता और कौड़ी के मोल और जो सामान शहर से गांव आ रहा हैं वह महंगा। कालाबाजारी चरम पर है। पीएम ने घोषणा की है कि हर हाल में किसानों को एम‌एसपी दिया जाएगा। यह घोषणा पूरी तरह जुमला साबित हो रही है। बिहार में आप एम‌एसपी सुनिश्चित कराएं।


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