बिंदटोली में दर्जनों घर गंगा में विलीन
नवगछिया में उफनाई गंगा अब गोपालपुर और इस्माइलपुर प्रखंड में कहर ढाने लगी है। गोपालपुर के बिंदटोली गाव में सोमवार की देर रात दर्जनों घर गंगा में विलीन हो गए।
भागलपुर। नवगछिया में उफनाई गंगा अब गोपालपुर और इस्माइलपुर प्रखंड में कहर ढाने लगी है। गोपालपुर के बिंदटोली गाव में सोमवार की देर रात दर्जनों घर गंगा में विलीन हो गए। इस्माइलपुर में लक्ष्मीपुर के पास सड़क पर पानी का तेज बहाव हो रहा है। सड़क और नए रिंग बांध में पानी के दवाब के कारण कटाव हो रहा है। गोनरचक डिमहा दियारा, जफरुदास टोला, कमलाकुंड, नवटोलिया में घरो तक पानी पहुंच गया है। इन गांवों में आवागमन पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है। पाच गावों में आवागमन के लिए तत्काल पांच नावों की आवश्यकता है। खुले आसमान के नीचे आ गए दर्जनों परिवार
बिंदटोली निवासी सियाराम यादव, सिकंदर यादव, विनोद यादव, रामनाथ यादव, रंजीत यादव, हरदेव यादव, बच्ची यादव आदि ग्रामीणों के घर गंगा नदी में विलीन हो गए हैं। यहां गंगा 200 से 300 मीटर में कटाव करते हुए आगे बढ़ रही है। जल संसाधन विभाग द्वारा नाव से फ्लड फाइटिंग का कार्य कराया जा रहा है। परन्तु ग्रामीण इससे संतुष्ट नहीं हैं। मनोज यादव, सियाराम यादव, अनिल कुमार सिंह आदि ग्रामीणों ने कहा कि फ्लड फाइटिंग का कार्य ऊंट के मुंह में जीरा के समान किया जा रहा है। इस कारण कटाव थम नहीं रहा और लोगों के घर और जमीन गंगा में समाती जा रही है। कटाव की रफ्तार देख भयवश लोग अपने-अपने घरों का सामान नाव पर लोड कर अन्यत्र ले जा रहे हैं। गंगा में घर विलीन होने से दर्जनों परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। बाल-बच्चों के साथ बरसात में कैसे रहेंगे। गांव के स्कूल में मैडम ने ताला लगा दिया है। इस कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित है। विस्थापितों की सूची बनाने का निर्देश
नवगछिया बाढ़ नियंत्रण कार्यालय के कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार ने बताया कि 24 घटे में पांच से सात सेंटीमीटर जलस्तर की वृद्धि हुई है। कटाव स्थल पर अभियंता कैंप कर रहे हैं। सूचना पर गोपालपुर सीओ ने कटाव स्थल का निरीक्षण किया। सीओ ने बताया कि कटाव से विस्थापित हुए पीडितों की सूची बनाने का निर्देश राजस्व कर्मचारी को दिया है। कोशकीपुर गांव टापू में तब्दील
रंगरा चौक प्रखंड का कोशकीपुर गांव बाढ़ के पानी से चारों तरफ से घिर गया है। पूरा गांव टापू में तब्दील हो गया है। गांव में कुल पांच सौ परिवार रहते हैं, जिनके समक्ष खाने-पानी के अलावा आवागमन की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है। बीडीओ रघुनंदन आनंद ने बताया कि सीओ जितेंद्र राम के साथ मिलकर कोशकीपुर गांव का निरीक्षण किया। गांव के चारों तरफ पानी आ जाने से आवागमन की मुख्य समस्या है। ग्रामीणों को आवागमन के लिए एक नाव दिया जाएगा।