सड़कों पर छलक आए बाढ़ पीड़ितों के आंसू और आक्रोश
भागलपुर। प्रशासन की ओर से राहत नहीं मिलने के कारण गुरुवार को बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं।
भागलपुर। प्रशासन की ओर से राहत नहीं मिलने के कारण गुरुवार को बाढ़ की विभीषिका झेल रहे पीड़ितों के आंसू और आक्रोश सड़कों पर उतर आए। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय(टीएमबीयू) के मुख्य गेट के सामने बिंद टोली और रसीदपुर के बाढ़ पीड़ितों ने राहत की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया। सूचना मिलने पर नाथनगर के सीओ एवं विश्वविद्यालय पुलिस मौके पर पहुंची। राहत सामग्री दिए जाने के आश्वासन पर दो घंटे बाद आक्रोशित बाढ़ पीड़ितों जाम हटा लिया।
इसके पूर्व बुधवार को भी राहत की मांग को लेकर सबौर प्रखंड के रंजदीपुर पंचायत के 300 बाढ़ पीड़ितों ने सबौर हाई स्कूल चौक के पास एनएच 80 को घंटों जाम कर दिया था। उग्र प्रदर्शन के बाद गुरुवार को खानकित्ता स्थित पंचायत सरकार भवन में शरण लिए 300 बाढ़ पीड़ितों के बीच प्रशासन की ओर से प्रति परिवार पांच किलो चूड़ा और ढाई सौ गुड़ बांटा गया। पशुपालकों के बीच चारा का वितरण किया गया। चार दिनों से भूखे-प्यासे रह रहे बच्चे शिविर में सुखा राशन चूड़ा-गुड खाकर काफी खुश थे।
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आज पांच सेंटीमीटर और वृद्धि की संभावना
गंगा के जलस्तर में बीते चार दिनों से लगातार हो रही वृद्धि के कारण जिले में सुल्तानगंज से लेकर पीरपैंती तक में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। गंगा का जलस्तर प्रति चार घंटे में एक सेंटीमीटर बढ़ रहा है। गंगा कहलगांव में खतरे के निशान से 51 सेंटीमीटर और भागलपुर में 12 सेंटीमीटर ऊपर बढ़ रही है। शुक्रवार तक पांच सेंटीमीटर और बढ़ने की संभावना है। अब तक जिले में 25 पंचायतों के 73 गांवों के ढाई लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैँ।
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आज से टिल्हा कोठी शिविर में बाढ़ पीड़ितों को मिलेगा भोजन : मंत्री
राजस्व मंत्री राम नारायण मंडल ने कहा कि टिल्हा कोठी में शरण लिए बाढ़ पीड़ितों को शुक्रवार से पका भोजन मिलेगा। वे खुद इस मौके पर रहेंगे। जहां सरकारी स्तर पर पका हुआ भोजन नहीं मिलेगा वहां खाद्यान्न उपलब्ध करा दिया जाएगा ताकि पीड़ित परिवार को दोनों वक्त भोजन मिल सके। पशु चारा और दवा की भी व्यवस्था शिविर में की जाएगी।