Flood in Bihar : नदियों में फिर बढ़ा पानी, छह डूबे, गंगा और कोसी का जलस्तर बढ़ा
भागलपुर सहित आसपास के जिलों में नदियों का जलस्तर बढ़ा है। इससे बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। कई इलाकों में जल भर गया है। डूबने से कई की मौत हो गई है।
भागलपुर, जेएनएन। पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल में नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। मुंगेर में गंगा फिर उफान पर है तो सुपौल में कोसी आक्रामक तेवर दिखा रही है। शनिवार को डूबने से सहरसा में चार और खगडिय़ा-मधेपुरा में एक-एक की मौत हो गई है।
मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर शनिवार को 37.34 मीटर पर पहुंच गया। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर प्रति घंटे आधा सेंटीमीटर के हिसाब से बढ़ रहा है। क्षेत्र के निचले इलाकों में गंगा नदी का पानी फैलने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है। खगडिय़ा शहर के वार्ड संख्या 24 स्थित तीन घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया। बूढ़ी गंडक यहां उफान पर है। गोगरी सॢकल नंबर एक में एक बच्ची की डुबने से मौत हो गई। सुपौल में जलस्तर में उतार-चढ़ाव के बीच कोसी नदी आक्रामक बनी हुई है। नौ स्परों पर नदी का दबाव बरकरार है। नदी नेपाल प्रभाग के नेपाली बांध एवं पुलठैगौड़ा के कुल 9 स्परों पर आक्रामक है। दोनों प्रभागों के सभी तटबंध अपने-अपने स्परों के साथ सुरक्षित बताए गए।
शनिवार दिन को 12 बजे नदी का जलस्राव बराहक्षेत्र में 1,55,000 क्यूसेक बढ़ते क्रम में तथा बराज पर 1,88,485 क्यूसेक स्थिर क्रम में रिकॉर्ड किया गया। सहरसा जिले में पतरघट ओपी की किशनपुर पंचायत के सुरमाहा वार्ड नंबर तीन निवासी 17 वर्षीय आदर्श कुमार की मौत बरसाती नदी में डूबकर हो गई। महिषी प्रखंड के भेलाही गांव में तीन लोगों के डूबने की सूचना है। इधर, कोसी तटबंध के अंदर व बाहर लोगों की परेशानी यथावत है। मधेपुरा जिले के आलमनगर व चौसा के कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से स्थिति गंभीर बनी हुई है। लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। अररिया जिले में नदियों का जलस्तर फिर बढऩे लगा है। नेपाल में पिछले दिनों हुई बारिश के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। किशनगंज जिले में सुबह में जोरदार बारिश हुई। कनकई, रेतुआ, महानंदा, बूढ़ी कनकई व डोक नदी में उफान व कटान से नदी किनारे बसे गांवों के समीप हालात दिनोंदिन बिगड़ते जा रहे हैं। कई परिवार विस्थापित भी हो चुके हैं। कटिहार में महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है। नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गंगा नदी के जलस्तर में भी वृद्धि दर्ज की गई है। कोसी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। कोसी खतरे के निशान से ऊपर है। पूर्णिया में भी नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। महानंदा खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर है।