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पूर्णिया : पांच माह बाद पासपोर्ट केंद्र पर लौटी रौनक, काम-काज शुरू, पहुंचने लगे लोग

पूर्णिया पासपोर्ट कार्यालय में कामकाज शुरू हो गया है। लॉकडाउन से पहले जहां प्रतिदिन दो से तीन दर्जन लोग पहुंचते थे वहीं अभी दिनभर में एक दर्जन के आसपास लोग पहुंच रहे हैं। सारा काम पहले की तरह हो रहा है लेकिन कार्यशैली में बदलाव किया जा रहा है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 11:42 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 11:42 PM (IST)
पूर्णिया : पांच माह बाद पासपोर्ट केंद्र पर लौटी रौनक, काम-काज शुरू, पहुंचने लगे लोग
पूर्णिया के पासपोर्ट केंद्र को लॉकडाउन के बाद अब संक्रमण सुरक्षा के साथ फिर से चालू कर दिया गया है।

पूर्णिया, जेएनएन। पूर्णिया प्रधान डाकघर में संचालित पासपोर्ट केंद्र लॉकडाउन के बाद अब संक्रमण सुरक्षा के साथ फिर से चालू कर दिया गया है। पासपोर्ट बनाने के लिए पहले की अपेक्षा अभी लोगों के पहुंचने की रफ्तार काफी धीमी है। लॉकडाउन से पहले जहां प्रतिदिन दो से तीन दर्जन लोग पहुंचते थे वहीं अभी दिनभर में एक दर्जन के आसपास लोग पहुंच रहे हैं। सारा काम पहले की तरह हो रहा है लेकिन कार्यालय की कार्यशैली में बदलाव के साथ काम किया जा रहा है। कार्यालय प्रवेश करने वाले लोगों के हाथ को पहले सैनिटाइज किया जा रहा है और कार्यालय कर्मी के साथ सत्यापन के लिए पहुंचने वाले लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य रखा गया है। एक-एक कर कार्यालय के अंदर लोगों को प्रवेश दिया जाता है और काम किया जा रहा है।

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सीमांचल के लोगों को मिल रहा फायदा

पूर्णिया प्रधान डाकघर में मार्च 2017 में पासपोर्ट सेवा केंद्र शुरू होने से विदेश जाने के इच्छुक लोगों को विदेश जाने के लिए एक विशेष सुविधा मिली। सीमांचल के लोगों को पासपोर्ट के लिए पटना भाग-दौड़ करने के चक्कर से छुटकारा मिल गया। सीमांचल के चारों जिला से काफी तादाद में लोग डाकघर स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र पहुंचकर लाभ उठाने लगे। पासपोर्ट कार्यालय से प्राप्त आंकड़े के मुताबिक लॉकडाउन से पहले रोजाना औसतन तीन दर्जन से अधिक आवेदन पासपोर्ट के लिए पहुंचने लगा और निरंतर जारी है। उनमें सबसे अधिक संख्या नौकरी पेशा के लिए विदेश जाने वालों की रहती। जिसमें सउदी अरब अमीरात और यूरोप जाने के लोग इच्छुक रहते थे।

विदेश जाने की चाहत हुई कम

वैश्विक महामारी के प्रकोप के कारण काम एवं रोजगार से विदेश जाने वाले लोगों की चाहत कम हुई है। बताया जाता है कि पहले जहां लोग विदेश जाने का शौक रखते थे और पासपोर्ट के लिए काफी तादाद में लोग आवेदन करते थे अब वह रफ्तार धीमी रहेगी। संक्रमण के समाप्त या कुछ वैक्सीन आने के बाद ही लोग विदेश जाना पसंद करेंगे। फिलहाल कई ऐसे लोग हैं जो संक्रमण से बचने के लिए अपने घर लौटे वे भी अभी वापस जाना नहीं चाह रहे हैं।

डाकघर स्थित पासपोर्ट केंद्र में कामकाज शुरू हो चुका है। लॉकडाउन के बाद अब पहले की तरह सामान्य रूप से काम किया जा रहा है।

-विनय कुमार ङ्क्षसह, डाक अधीक्षक।


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