जिले में पांच इलाके कंटेनमेंट जोन, कहीं नहीं सीसीटीवी
कोरोना संक्रमित मामले में अभी भागलपुर का स्थान राज्य में पहला है लेकिन यहां कंटेनमेंट जोन में सीसीटीवी से निगरानी नहीं की जा रही है।
भागलपुर। कोरोना संक्रमित मामले में अभी भागलपुर का स्थान राज्य में पहला है। अभी तक यहां 337 लोग संक्रमित हुए हैं। इसमें 231 मरीज ठीक होकर घर भी गए हैं। जिले में अभी सुल्तानगंज, नाथनगर, आंनदगढ़ कॉलोनी, मिरजानहाट और सन्हौला सहित पांच इलाके कंटेनमेंट जोन में है। लॉकडाउन तीन तक कंटेनमेंट जोन तीन किमी के दायरे में होता था। लेकिन, अब सिर्फ उस मोहल्ले को बेरिकेडिंग किया जाता है जहां संक्रमित मिला है। इन इलाकों में कहीं भी सीसीटीवी कैमरे से निगरानी नहीं हो रही है। सिर्फ दंडाधिकारी और पुलिस बल को तैनात किया गया है। कंटेनमेंट जोन में वाहनों का प्रवेश बंद है। जरूरी काम से ही लोगों को बाहर निकलने की अनुमति है। वहीं, 15 जून से जिले के प्रखंडवार बने क्वारंटाइन सेंटर को बंद कर दिया गया।
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दो जगहों पर मरीजों का इलाज
भागलपुर। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जिले में जेएलएनएमसीएच और टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर कॉलेज को आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। जेएलएनएमसीएच में कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज होता है। अभी तक जिले में एक भी मरीज की मौत कोरोना से नहंी हुई। अप्रैल के प्रथम सप्ताह में मुंगेर जिले के एक मरीज की जान गई थी। भागलपुर में कोरोना जांच की व्यवस्था
भागलपुर। भागलपुर के जेएलएनएमसीएच में कोरोना जांच की व्यवस्था है। यहां जिले के अलावा दूसरों जिलों के मरीजों का भी सैंपल लिया जाता है। 20 अप्रैल से यहां जांच की सुविधा शुरू हुई थी। शुरुआती दौर में जांच किट कम संख्या में उपलब्ध होने के कारण एक सप्ताह जांच बंद हो गई थी। इसके बाद एक हजार किट उपलब्ध कराई गई।
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जिले में 10 मई से बढ़ने लगे मामले
भागलपुर। भागलपुर में कोरोना मामला का इजाफा 10 मई से बढ़ने लगा। दरअसल, दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों के श्रमिक स्पेशल से आने का सिलसिला सात मई से शुरू हुआ। 12 जून तक श्रमिक स्पेशल ट्रेनें भागलपुर आई। जिले में 55 हजार के आसपास प्रवासी पहुंचे हैं।