Move to Jagran APP

रंगदारी और वर्चस्व को लेकर मुंगेर के दियारा में फिर गरजने लगीं बंदूकें, राजेश हत्याकांड में 16 नामजद

मुंगेर दियारा में रंगदारी और वर्चस्‍व को लेकर फ‍िर बंदूकें गरजने लगी हैं। राजेश हत्‍याकांड में जांच के दौरान पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है। पुलिस ने इस मामले में 16 लोगों पर एफआइआर दर्ज की है।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sat, 18 Dec 2021 05:11 PM (IST)Updated: Sat, 18 Dec 2021 05:11 PM (IST)
रंगदारी और वर्चस्व को लेकर मुंगेर के दियारा में फिर गरजने लगीं बंदूकें, राजेश हत्याकांड में 16 नामजद
मुंगेर के दियारा का राजेश कुमार यादव। फाइल फोटो।

संवाद सूत्र, मुंगेर। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के टीकारापुर पंचायत स्थित बुद्धनमरड़ टोला के किसान राजेश कुमार यादव की हत्या बदमाशों ने रंगदारी नहीं देने और वर्चस्व कायम करने के लिए कर दी। राजेश के शरीर पर गोली के आठ निशान मिले। हत्यारे किसी तरह का रिस्क लेना नहीं चाहते थे, ऐसे में दनादन आठ गोलियां राजेश के शरीर में उतार दी। दहशत फैलाने के लिए हवाई फायङ्क्षरग भी की। भागने के क्रम में हत्यारों ने एक कट्टा भी छोड़ दिया।

loksabha election banner

पुलिस ने एक देशी कट्टा और दो खोखा भी बरामद किया है। राजेश का पोस्टमार्टम खगडिय़ा सदर अस्पताल में कराया गया। परिवार वालों के बयान पर 16 लोगों को नामजद किया गया है। घटना के एक दिन बीत जाने के बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने बताया कि हत्यारे गांव के ही हैं। पुलिस दियारा इलाके में लगातार छापेमारी कर रही है। सभी हत्यारे के लिए कई जगहों पर छापेमारी भी की है, पर एक भी हत्यारे तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंची है। सदर डीएसपी नंदजी प्रसाद का कहना है कि हत्यारे जल्द ही सलाखों को पीछे होंगे। विशेष टीम का गठन किया गया है।

चचरी पुल के चक्कर में हो गई मौत

टीकारामपुर पंचायत को खगडिय़ा जिले के मानसी से जोडऩे के लिए गंडर के कछार में चचरी पुल होकर ही लोग आवागमन करते हैं। हर वर्ष बाढ़ में चचरी पुल टूट जाता है। राजेश कुमार यादव अपने खर्च पर हर वर्ष चचरी पुल बनाता था। पुलिस का कहना है कि चचरी पुल से आने-जाने वाले वाहनों से पांच से छह रुपये लेता था। पुलिस ने बताया कि गांव के ही संतोष यादव सहित कुछ से दुश्मनी चलती थी। पुरानी अदावत राजेश यादव की हत्या का कारण बना।

हर एंगल से जांच शुरू

पुलिस हत्या मामले का हर एंगल से जांच कर रही है। कई लोगों से पुलिस ने पूछताछ भी की है। पुलिसिया जांच में रंगदारी और वर्चस्व कायम की बात सामने आ रही हैं, पुलिस इसे लीड मानकर चल रही है। पुलिस का दावा है कि हत्याकांड से जल्द ही पर्दा उठ जाएगा। पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा। पड़ोसी खगडिय़ा जिले की पुलिस से भी मुंगेर पुलिस मदद ले रही है।

गांव वालों में आक्रोश, खूनी संघर्ष की संभावना

राजेश यादव के मौत के बाद गांव के लोगों में आक्रोश है। फिर से कोई बड़ी घटना न हो इसके लिए टीकारामपुर पुलिस पिकेट की फोर्स सतर्क है। मुफस्सिल थानाध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार ने बताया कि घटना के बाद पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

2019 में भी चली थी गोली

मुफस्सिल थाना इलाके के टीकारामपुर बुद्धन मरड़ टोला के किसान राजेश यादव को स्थानीय बदमाशों ने ही गोली मारकर हत्या की है। मृतक के छोटे भाई कर्मवीर ने 16 लोगों को नामजद किया है। गांव के ही संतोष यादव सहित 16 लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा राजेश यादव से रंगदारी की मांग की गई थी। 2019 में भी रंगदारी की मांग की गई थी, नहीं देने पर राजेश यादव पर 10 गोली मारी गई थी। राजेश बाल-बाल बच गया था। स्वजनों ने बताया कि राजेश को दो बेटी, दो बेटी पत्नी है।

हत्याकांड में इन्हें किया गया नामजद

टीकारामपुर के बुद्धन मरड़ टोला के राजेश यादव की हत्या मामले में 16 लोगों को नामजद किया गया। भाई के बयान पर संतोष यादव, गाजो यादव, कैलू यादव, जितेंद्र यादव, धारो यादव, प्रवीण यादव, अकलेश यादव, सर्वेश यादव, बालो यादव, माजो यादव, ओवरसियर यादव सहित 16 लोग हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.