कहलगांव में एनटीपीसी की राख ने खेतों का बिगाड़ा हाल, मुश्किल में किसान
एनटीपीसी के राख से किसान परेशान हो रहे हैं। सैकड़ों एकड़ में राख मिश्रित पानी फैलने से बढ़ी परेशानी फसल को काफी नुकसान अब गेहूं की बुआई ही विकल्प पूंजी नहीं रहने से मुआवजे की आस में किसान।
भागलपुर, जेएनएन। एनटीपीसी के कहलगांव बिजलीघर की राख ने इलाके के खेतों का हाल बिगाड़ दिया है। ऐश डाइक 3-डी का तटबंध टूटने से राख मिश्रित पानी सैकड़ों एकड़ में फैल गया है। इसने रबी की फसल को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है।
जिन किसानों की फसल डूबी है उनमें आक्रोश गहराता जा रहा है। रबी फसलों में दलहन और तेलहन की बुआई का मौसम लगभग समाप्त हो चुका है। 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक गेंहू की फसल की बुआई संभव है, लेकिन खेत की बुआई में तुरंत खर्च कर चुके किसानों के लिए अब दोबारा बुआई कर पाना मुश्किल भरा काम है। इसलिए किसान मुआवजे के लिए एनटीपीसी की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। फिलवक्त सर्वाधिक जरूरत इन किसानों पर ध्यान दिए जाने की है। इसमें टालमटोल बिजलीघर प्रबंधन के लिए नई मुसीबत खड़ी करेगा। एनटीपीसी प्रबंधन ऊहापोह में है। प्रबंधन ने आंतरिक जांच टीम के आने की पुष्टि की है। दूसरी तरफ एनटीपीसी की विजलेंस टीम के आने की भी चर्चा जोरों पर है।
घटनास्थल पर पहुंची आंतरिक जांच टीम
एनटीपीसी की आंतरिक जांच टीम रविवार को कहलगांव पहुंची। टीम में पूर्वी क्षेत्र मुख्यालय और रायपुर से एक-एक उच्चाधिकारी आए हैं। इस टीम ने स्थल पर जा कर ध्वस्त संरचनाओं का मुआयना किया। रविवार को न तो धवस्त स्थल पर कोई काम शुरू हुआ न ही बंद की गई किसी इकाई को चालू किया जा सका।
भाकपा ने ऐश डाइक दुर्घटना पर प्रकट किया रोष
कहलगांव बिजलीघर के राख संग्रहण स्थल थ्री डी लगून का तटबंध टूट जाने से मजदाहा, चांय टोला, एकचारी, भोलसर, खडहारा, ओगरी आदि गांव के हजारों किसानों का काफी नुकसान हुआ है। पहले से ही पीडि़त किसानों का कमर तोड़ देने वाली घटना पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने रोष प्रकट किया है। पार्टी ने तटबंध बनाने वाले दोषी एजेंसी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। पार्टी के पूर्व जिला सचिव उपेंद्र प्रसाद मंडल, जिला कार्यकारिणी सदस्य बलेश्वर गुप्ता, अंचल सचिव राजेंद्र कुमार, छोटेलाल यादव एवं जिला परिषद सदस्य हरिमोहन मंडल ने मांग की है कि किसानों को फसल क्षति का जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाए, अन्यथा आंदोलन किया जाएगा।