ट्रैक खाली फिर भी फरक्का एक्सप्रेस को टारगेट, कोहरे के नाम पर इतने दिनों के लिए रद
मालदा टाउन-दिल्ली फरक्का एक्सप्रेस को फिर एक बार कोहरे का बहाना बनाते हुए रद कर दिया गया है। इससे भागलपुर के साथ-साथ मुंगेर बांका लखीसराय पटना आरा बक्सर जिलों के अलावा झारखंड और पश्चिम बंगाल के यात्रियों को परेशानी होगी।
भागलपुर [रजनीश]। पिछले कई वर्षों से मालदा टाउन-दिल्ली फरक्का एक्सप्रेस कोहरे की भेंट चढ़ रही है। ठंड आते ही रेलवे की ओर से इस ट्रेन को हर वर्ष इसे डेढ़ से दो माह तक रद कर दिया जाता है, जबकि इस ट्रेन की ऑक्यूपेंसी (सीटें भरने का अनुपात) 150 फीसद से भी ज्यादा है। अक्टूबर माह से इस ट्रेन का परिचालन स्पेशल बनाकर किया जा रहा था, लेकिन डेढ़ माह के लिए फिर इसे रद कर दिया गया। वह भी तब जब देश में इस समय 30 फीसद ही यात्री ट्रेनें चल रही हैं। रेलवे ट्रैक पर पहले की तरह ट्रेनों की भीड़ नहीं है। भागलपुर के साथ-साथ मुंगेर, बांका, लखीसराय, पटना, आरा, बक्सर जिलों के अलावा झारखंड और पश्चिम बंगाल के यात्रियों की पसंदीदा ट्रेन है।
विक्रमशिला एक्सप्रेस के बाद फरक्का एक्सप्रेस पर भरोसा
भागलपुर से आनंद विहार टर्मिनल (दिल्ली) के बीच चल रही विक्रमशिला एक्सप्रेस स्पेशल के बाद फरक्का एक्सप्रेस स्पेशल यात्रियों की पसंदीदा ट्रेन है। इस ट्रेन में सीटें हमेशा फुल रहती हैं। माननीय से लेकर आम यात्री इससे सफर करते हैं।
एक ही सूची पर रद हो रहीं ट्रेनें
ऐसे तो रेलवे कोहरे में ट्रेनों को रद करता है, लेकिन हर वर्ष पुरानी सूची वाली ही ट्रेनों को रद कर देता है। पिछले कई वर्षों से जो ट्रेनें रद होती आ रही हैं उन्हें ही 2020 में भी रद किया गया है। रेलवे ट्रेन की ऑक्यूपेंसी भी नहीं चेक करता। वर्तमान में कोविड स्पेशल बनकर चल रही फरक्का एक्सप्रेस के किसी भी क्लास में मार्च माह तक जगह नहीं थी।
ट्रैक खाली, समय से पहले पहुंच रही थी ट्रेन
कोरोना के कारण ट्रेनें कम चल रही हंै, रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों का दबाव कम होने के कारण फरक्का एक्सप्रेस स्पेशल अप और डाउन में समय से पहले ही पहुंच रही है। अभी ज्यादा कोहरा भी नहीं है इसके बावजूद ट्रेनें रद कर दी गईं।
सांसदों ने भी लिखा पत्र
फरक्का एक्सप्रेस स्पेशल को 16 दिसंबर से डेढ़ महीने तक रद कर दिए जाने के बाद पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के सांसदों ने भी रेलवे को पत्र लिखा है। इसमें फरक्का एक्सप्रेस के परिचालन की शुरुआत करने की मांग की गई है। मालदा मंडल के डीआरयूसीसी सदस्य अभिषेक जैन ने रेल मंत्री, रेलवे बोर्ड चेयरमैन, महाप्रबंधक, डीआरएम और सांसद को पत्र लिखा है। पूर्व सदस्य कुंज बिहारी झुनझुनवाला ने भी फरक्का एक्सप्रेस स्पेशल को डेढ़ महीने और विक्रमशिला एक्सप्रेस स्पेशल को अप-डाउन में सप्ताह में दो-दो दिन ट्रेन रद किए जाने पर पत्र लिखा है।
पिछले चार साल में इतने दिनों के लिए रद की गई ट्रेन
2017-18 -76 दिन
2018-19 -44 दिन
2019-20 -75 दिन
2020-2021-46 दिन