कोरोना से ग्रामीण डाक सेवकों की मौत पर डाक विभाग ने लिया बड़ा निर्णय, स्वजनों को मिलेंगे इतने रुपये
कोरोना संक्रमण से लगातार हो रही मौतों पर डाक विभाग ने यह निर्णय लिया है। पहले डाक विभाग के नियमित कर्मचारियों को ही मुआवजा देने का प्रावधान था। इस बीच चीन और न्यूजीलैंड के लिए डाक सेवा की बुकिंग बहाल करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। अब केवल डाक विभाग के नियमित कर्मचारियों को ही नहीं बल्कि ग्रामीण डाक सेवकों को भी कोरोना संक्रमण के कारण मौत होने पर मुआवजा मिलेगा। मृतक के आश्रितों को विभाग द्वारा दस लाख रुपये मुआवजा राशि का भुगतान करेगा। इधर, कोरोना महामारी के कारण चीन और न्यूजीलैंड के लिए पार्सल आदि की बुकिंग पर लगाए गए रोक को हटा लिया गया है। इन दोनों देशों के लिए मंत्रालय ने बुकिंग शुरू करने का आदेश जारी कर दिया है।
कोरोना संक्रमण के कारण कई डाक कर्मियों की मौत हो गई। कई ग्रामीण डाक सेवकों ने भी अपनी जिंदगी गवां दी। डाक विभाग ने कोरोना से मरने वाले ग्रामीण डाक सेवकों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का फैसला लिया है। बता दें कि अभी तक डाक विभाग के नियमित कर्मचारियों को ही मुआवजा दिये जाने का प्रावधान था, लेकिन कोरोना के चलते लगातार हो रही मौतों को देखते हुए ग्रामीण डाक सेवकों के लिए भी मुआवजा देने निर्णय लिया गया है। विभागीय अधिकारियों ने कहा कि इस संबंध में प्रधान डाकघर के डाक निदेशालय द्वारा जारी अधिसूचना एकाध दिन में प्राप्त होने की उम्मीद है।
दूसरी ओर डाक विभाग ने चीन और न्यूजिलैंड के लिए पार्सल समेत सभी श्रेणियों की बुकिंग फिर शुरू करने का आदेश जारी किया गया है। डाक निदेशालय के असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल राम नरेश सिकारिया द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार विभिन्न जगहों के लिए निर्धारित उड़ानों में वर्तमान व्यवधानों को देखते हुए कोरोना महामारी के कारण पार्सल आदि की बुकिंग पर रोक लगाई थी। लेकिन अब चीन और न्यूजीलैंड के लिए सभी श्रेणियों के मेल की बुकिंग फिर शुरू करने का निर्देश दिया गया है। सार्वजनिक और थोक ग्राहकों को आर्टिकल की डिलीवरी के लिए सूचित किया जा सकता है। कोरोना की दूसरी लहर के कारण 26 अप्रैल से सभी प्रकार की बुकिंग पर रोक लगा दी गयी थी।
सरकार के नियमों के अंतर्गत मृतक के स्वजनों को मुआवजा मिलेगा। चीन और न्यूजीलैंड के लिए पार्सल आदि मेल बुकिंग करने के संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। -आरपी प्रसाद, डाक अधीक्षक, भागलपुर प्रमंडल।