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सेविका बनने के लिए पहले खुद को मारा, फिर मधु बन लिया जन्म, जानिए... पूरा मामला

सत्यभामा ने 2012 में मैट्रिक की परीक्षा तृतीय श्रेणी से पास की थी। कम अंक के कारण सेविका में चयन नहीं हो सका। इसलिए नाम बदल कर दोबारा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय से परीक्षा पास की।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 06:50 PM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 03:41 PM (IST)
सेविका बनने के लिए पहले खुद को मारा, फिर मधु बन लिया जन्म, जानिए... पूरा मामला
सेविका बनने के लिए पहले खुद को मारा, फिर मधु बन लिया जन्म, जानिए... पूरा मामला

भागलपुर [जेएनएन]। सेविका बनने की चाहत में एक महिला ने पहले खुद को मरा घोषित किया, फिर नए नाम से जन्म लेकर चयन के लिए आवेदन डाला। महिला का नाम है सत्यभामा कुमारी, जो पूर्णिया जिले के रुपौली थाना क्षेत्र के बांकी पंचायत के वार्ड नंबर 14 निवासी दयानंद यादव व कुंदन देवी की इकलौती पुत्री है। इसकी शादी मधेपुरा जिले के उदाकिशनगंज थाना के छर्रापट्टी निवासी रवींद्र कुमार के साथ हुई है। सत्यभामा का बचपन उसके नानी घर नवगछिया प्रखंड के मिल्की मक्खातकिया में बीता है। यह सनसनीखेज खुलासा सेविका पद की अभ्यर्थी मधेपुरा के उदाकिशनगंज थाना क्षेत्र के विकास कुमार की पत्नी रीचा कुमारी ने नवगछिया बीडीओ को आवेदन कर किया है।

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पहली बार पूर्णिया, दूसरी बार नोएडा से दी परीक्षा

सत्यभामा ने पूर्णिया से मैट्रिक बोर्ड की परीक्षा वर्ष 2012 में तृतीय श्रेणी से पास की थी। कम अंक के कारण सेविका में चयन नहीं हो सकता था। इसलिए फर्जी तरीके से नाम बदल कर दोबारा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान नोएडा से मैट्रिक की परीक्षा पास की। दोबारा परीक्षा देने के लिए वह सत्यभामा कुमारी से मधु भारती बन गई। जबकि उक्त अंक पत्र में पिता का नाम दयानंद यादव और माता कुदंन देवी ही है।

ससुराल में सेविका पद की बहाल में डाला था आवेदन

अपने ससुराल में निकली आंगनबाड़ी सेविका पद की बहाल में मधु भारती के नाम से ही जारी अंक पत्र का उपयोग की। इस पर अन्य अभ्यर्थी द्वारा आपत्ति दर्ज की गई तो इसने सत्यभामा कुमारी को अपनी बहन बता उसके नाम से मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करवा ली। नानी घर में 16 जनवरी 2013 में सत्यभामा की मृत्यु दिखाकर उसकी नानी शारदा देवी ने नवगछिया प्रखंड के पुनामा प्रताप नगर के पंचायत सचिव से मृत्यु प्रमाण पत्र हासिल कर लिया। जबकि सत्यभामा की कोई बहन नहीं है। वह दयानंद की इकलौती पुत्री है। मधु यह साबित करना चाहती है कि वह दो बहनें थी। एक मधु भारती, दूसरी सत्यभामा कुमारी है, जिसमें सत्यभामा की मौत हो गई है।

मुखिया और सचिव ने भी किया है सत्यापित

पूर्णिया जिले के रुपौली थाना क्षेत्र के बांकी पंचायत के मुखिया युवराज कुमार ने सत्यापित किया है कि दयानंद यादव की पत्नी कुंदन देवी को एक ही पुत्री सत्यभामा कुमारी है। इसी तरह का सत्यापन इसी पंचायत के सरपंच ने भी किया है। 


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