Budget 2022: लालू यादव के बाद से टकटकी लगाए हैं यहां के लोग, बिहारीगंज-कुर्सेला नई रेल लाइन को कब मिलेगी गति
Budget Expectations 2022 आने वाले बजट से लोगों को परियोजना में राशि मिलने की है उम्मीद। 2008-09 में रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने रेल बजट सत्र किया था पारित। 57.35 किलोमीटर लंबाई के लिए 192.56 करोड़ रुपया किया गया था स्वीकृत।
जागरण टीम, मधेपुरा : Budget 2022- तीन जिलों को जोड़ने वाली बिहारीगंज-रूपौली-कुर्सेला की प्रस्तावित नई रेल लाइन परियोजना को लेकर इस बार भी लोगों को बजट का इंतजार है। 12 सालों से इंतजार कर रहे लोगों की आशाएं वित्त मंत्री पर टिकी हुई है। लोगों को उम्मीद है कि समस्तीपुर रेल मंडल के बिहारीगंज से कुर्सेला प्रस्तावित नई रेल लाइन को बजट सत्र में गति मिलेगी। इस प्रस्तावित रेल लाइन को मधेपुरा, पुर्णिया व कटिहार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से जोड़े जाने से किसानों को अपनी उपज का फसल बड़ी मंडी में बेचने की सुविधा होगी। रेल यात्रियों को बिहारीगंज-कुर्सेला तक सीधी रेल सेवा का सपना पूरा हो सकेगा।
एक दशक बीतने के बाद भी यह प्रस्तावित रेल परियोजना अधर में लटका हुआ है। इस परियोजना के लिए प्रत्येक बजट सत्र में काफी कम राशि देकर रेल विभाग परियोजना को जीवित रखा है। बजट सत्र 2021- 22 में इस महत्वपूर्ण रेल परियोजना के लिए सिर्फ एक हजार रुपये आवंटन किया गया था। इस पर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने असंतोष व्यक्त किया था। इधर आने वालें बजट सत्र 2022-23 में लोगों को उम्मीद है कि रेलवे को विकसित करने व किसानों की सुविधा को देखते हुए भारत सरकार के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बिहारीगंज-कुर्सेला के प्रस्तावित नई रेल लाइन परियोजना का बेहतर परिणाम देगी।
- 42.99 करोड़ राशि की गई थी इस मद में आवंटित
- 2021- 22 में इस महत्वपूर्ण रेल परियोजना के लिए मिला था सिर्फ एक हजार रुपया
- 2022- 23 में लोगों को है इस योजना में राशि मिलने की उम्मीद
मालूम हो कि नई रेल लाइन परियोजना को अति महत्वपूर्ण मानते हुए पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने रेल बजट सत्र 2008-09 में पारित किया था। इसकी अनुमानित लंबाई 57.35 किलोमीटर के लिए 192.56 करोड़ रुपये स्वीकृत कराया गया था। इस परियोजना की प्रगति के लिए 42.99 करोड़ राशि आवंटित की गई थी। इसका सर्वे रेलवे बोर्ड द्वारा कराया गया था। भूमि अधिग्रहण राज्य सरकार द्वारा कर रेेेेलवे बोर्ड को सौंपना था। भूमि अधिग्रहण मेें पेेंच फंस जाने की वजह से इस परियोजना विकास कार्य अवरूद्ध पड़ा है।
'मधेपुरा- पुर्णिया- कटिहार जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाली बिहारीगंज- कुर्सेला नई रेल लाइन परियोजना काफी महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र के अधिकांश लोग कृषि आधारित रोजगार से जुड़े हुए हैं। इस क्षेत्र में रेल सेवा जुडऩे से आम जनता के साथ किसानों को बड़े मंडी में फसल बिक्री में सुविधा मिलेगी। इसलिए वित्त मंत्री से बजट सत्र में पर्याप्त राशि आवंटन कराने की मांग करते हैं। मनचन सिंह, मोहनपुर,बिहारीगंज- कुर्सेला प्रस्तावित नई रेल लाइन की लंबित परियोजना को आने वाले बजट सत्र में बढ़ावा मिलना चाहिए। इस परियोजना के चालू होने से कोसी और सीमांचल के सुदुरवर्ती इलाके के लोगों का रेल सेवा का सपना भी पूरी हो सकेगा। इससे विकास की गति भी तेज होगी।'- राजेश शर्मा, लक्ष्मीपुर लालचंद
'क्षेत्र को विकसित बनाने के लिए रेलवे का परिचालन अहम मुद्दा है। बिहारीगंज से कुर्सेला तक प्रस्तावित नई रेल लाइन परियोजना का कार्य को आगें बढ़ाने के लिए रेल मंत्री को बेहतर पहल करने की जरूरत है। इस रेलखंड पर रेलवे का परिचालन शुरू होने से इलाके के किसानों व मजदूरों की उन्नति होगी। उम्मीद है कि आने वालें बजट सत्र में इस परियोजना पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।'- मंजेश यादव, राजगंज
'बिहारीगंज- कुर्सेला प्रस्तावित नई रेल लाइन परियोजना को बिहारीगंज, धमदाहा, माधोपुर, सिरसा, कसमराह, दुर्गापुर, रूपौली, धूसर टीकापट्टी होते कुर्सेला तक जोड़ने का लक्ष्य है। इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार को बेहतर पहल कर आगें बढ़ाने की जरूरत है। इस प्रस्तावित लंबी परियोजना को गति मिलती है, तो कई सुदुरवर्ती क्षेत्र के लोगों को रेल लाइन से जुड़ने का सपना पूरी हो सकेगी। इसलिए विश्वास है कि वित्त मंत्री बजट सत्र 2022- 23 में इस प्रस्तावित परियोजना के लिए अत्याधिक राशि आवंटित करेगी।'-सुमन यादव, उपप्रमुख बिहारीगंज