Environment protection: जीविका दीदी की नर्सरी से ग्रीन बांका का सपना होगा साकार, इस तरह तैयार किए जा रहे पौधे
बांका में पौधारोपण के लिए जीविका दीदी अपने नर्सरी में पौधा तैयार कर रहीं हैं। इन पौधों को रोड किनारे या सरकारी जमीन पर लगाया जाएगा। इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है। साथ ही स्थल का भी चयन कर लिया गया है।
संवाद सूत्र, बांका। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत किया जा रहा है। इसके लिए उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जीविका से जोड़कर कई तरह की योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। ताकि गांव की महिलाओं को रोजगार मिलने के साथ ही वे आर्थिक रूप से मजबूत हो सके। इसके लिए जिले के सात प्रखंडों में जीविका दीदियों द्वारा पौधे की नर्सरी तैयार की गई है।
जीविका के परियोजना प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि यहां हजारों की संख्या में जीविका से जुड़ी महिलाएं काम कर रहीं हैं। जो अलग-अलग गांव के हैं। यदि सभी के घरों के आगे दो -दो पौधे लगाए जाते हैं तो जिला के लगभग सभी गांव में इस योजना से हरियाली छा जाएगी। बताया कि सरकार की मंशा है कि पौधारोपण के लिए पौधा नहीं खरीदे गए बल्कि जिले के में ही पौधशाला और जीविका दीदियों की नर्सरी से यह खरीदे जाए। इससे ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के साथ ही नर्सरी में सात से 10 लोगों को रोजगार मिलेगा। इस बार जिले में के सात प्रखंडों में जीविका दीदी द्वारा 20 हजार पौधे की नर्सरी तैयार की जा रही है। इसमें सागवान ,कटहल ,सहजन और महोगनी के पौधे हैं। सभी पौधे वन विभाग द्वारा खरीदे जाएंगे।
इन प्रखंडों में दीदी द्वारा तैयार की जा रही है नर्सरी
अमरपुर प्रखंड के शोभानपुर पंचायत के करूणा देवी, चांदन प्रखंउ के उत्तर वारणे पंचयत की मीना मरांडी, धोरैया प्रखंड के अहिरो पांचायत के अंजना देवी, बांका सदर प्रखंड के छत्रपाल पंचायत की रीता देवी, बेहरा पंचायत के पूनम देवी, रजौन प्रखंड के सकहारा पंचायत के अंजू कुमारी एवं कटोरिया प्रखंड के लटवा पंचायत की संजू देवी द्वारा सागवान, कटहल, सहजन और महोगनी का पौधा तैयार किया गया है। पूनम ने बताया कि वन विभाग द्वारा पौधे खरीदने से उन्हें आमदनी होगी। साथ ही घर बैठे रोजगार मिलेगा।