भीषण गर्मी में पसीने छुड़ा रही बिजली, हर दिन पांच से छह घंटे हो रही कटौती
भागलपुर के लोगों को बिजली कटौती का लगातार सामना करना पड रहा है। लाख दावे के बाद भी इसका समाधान नहीं हो रहा है। इससे लोगों में आक्रोश है।
भागलपुर, जेएनएन। भीषण गर्मी में बिजली पसीने छुड़ा रही है। सबौर ग्रिड को निर्बाध 80 से 100 मेगावाट बिजली मिल रही है, लेकिन व्यवस्था लचर होने के कारण लोगों को बिजली संकट झेलना पड़ रहा है। फीडरवार घंटों आपूर्ति बंद की जा रही है। बिजली कटौती के कारण हाथ पंखा के सहारे गर्मी से राहत पाने का लोग प्रयास कर रहे हैं। गुरुवार को भी शहर में बिजली आपूर्ति की यही स्थिति रही। कटौती से लोग परेशान रहे।
सीएस, टीटीसी, विक्रमशिला, मायागंज, जेल व बरारी फीडर से जुड़े इलाकों में दो से तीन घंटे बिजली बाधित रही। हर एक-डेढ़ घंटे बाद ट्रिपिंग के कारण आपूर्ति बाधित हुई। बुधवार को जंपर कटने और ताड़ का फल गिरने से तार सहित पोल टूटकर गिर गया, जिससे मायागंज व जेल फीडर से जुड़े इलाकों की बिजली आपूर्ति चार घंटे बाधित रही थी जबकि मंगलवार को सीएस व टीटीसी फीडरों से जुड़े क्षेत्रों में तीन घंटे आपूर्ति प्रभावित हुई थी।
दरअसल, उपभोक्ताओं की संख्या बढऩे के साथ न तो आपूर्ति लाइन और न ही उपकेंद्रों की व्यवस्था दुरुस्त की गई। लोड के हिसाब से न तो उपकेद्रों के पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई गई और न ही जर्जर तार बदले गए। जिस उपकेंद्र में 30 से 35 एमवीए के ट्रांसफार्मर की जरूरत है, वहां 20 और 25 एमवीए के ट्रांसफार्मर से काम चलाया जा रहा है। इसके कारण भीषण गर्मी में ट्रांसफार्मर लोड नहीं उठा पा रहे हैं। नतीजतन, ट्रिपिंग की समस्या हो रही है। हल्की बारिश और हवा चलने पर जर्जर तार टूट जाते हैं।
सबौर ग्रिड से सीधे जुड़ेगा जेल, सिविल सर्जन और टीटीसी उपकेंद्र
विभाग के अनुसार बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए सबौर ग्रिड से तीन पावर सब स्टेशनों को सीधे बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की जाएगी। सीएस और टीटीसी उपकेंद्र को 33 केवी लाइन से सबौर ग्रिड से जोड़ा जाएगा। वहीं लोदीपुर कोहड़ा में एक नया उपकेंद्र बन रहा है। नई लाइन बनाकर इस उपकेंद्र को विक्रमशिला फीडर को जोड़ा जाएगा। इससे फीडरों पर कम दबाव होने से आपूर्ति की समस्या का समाधान होगा जबकि मायागंज और जेल फीडर को बरारी उपकेंद्र से अलग कर दिया गया है। जेल और मायागंज उपकेंद्र को नया 33 लाइन से जोड़ा गया है।
वहीं वर्तमान में टीटीसी उपकेंद्र को सिविल सर्जन उपकेंद्र से बिजली मिलती है। अलग लाइन बनने के बाद टीटीसी को सीएस उपकेंद्र पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। ग्रिड से 33 हजार वोल्ट का तार खींचने का काम चल रहा है। अक्टूबर में ग्रिड से उपरोक्त फीडरों को सीधे बिजली मिलने लगेगी।
दस उपकेंद्रों में से अधिकांश में पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई गई है। इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम के तहत सभी पुराने तारों को बदलने का काम चल रहा है। -श्रीराम सिंह, डीजीएम सह एसई, एसबीपीडीसीएल, भागलपुर आपूर्ति क्षेत्र।