जल्द ही सीमांचल के बाजारों में पहुंचेगा कटिहार में उत्पादित अंडे
कटिहार में अब बड़े पैमाने पर अंडे का उत्पादन होगा। यहां के अंडे की सप्लाई सीमांचल के बाजारों में की जाएगी। यहां पर सरकारी अनुदान पर फरवरी से अंडा उत्पादन के दो यूनिट को चालू कर दिया जाएगा।
कटिहार [प्रदीप गुप्ता]। सीमांचल के बाजारों में अब पश्चिम बंगाल व आंघ्रप्रदेश से आने वाले व्यालर अंडे की जगह कटिहार में उत्पादित अंडे की भी दस्तक होगी। सरकार द्वारा अनुदान की व्यवस्था के बाद मुर्गी पालन के साथ अंडा उत्पादन को लेकर दो यूनिट स्थापना की कवायद शुरु है। इन दोनों यूनिटों से नित्य एक लाख बीस हजार अंडे का उत्पादन होगा। भविष्य में ऐसी पांच अन्य यूनिट भी यहां लगने की संभावना है। इसके लिए भी आवेदन स्वीकृति के लिए भेजा गया है।
पशुपालन विभा्ग द्वारा समेकित मुर्गी विकास योजना के तहत जहां जिले में मुर्गा और अंडा उत्पादन के लिए आत्मनिर्भर बनाने को लेकर से जिले में जमीनी स्तर पर कार्य शुरु हो गया है। इस कार्य के लिए 40 फीसदी अनुदान दिया जा रहा है। पशुपालन विभाग द्वारा व्यालर अंडे की मांग को देखते हुए दो बड़े अंडे उत्पादन युनिट की स्थापना की कवायद तेज है। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि इस योजना के क्रियान्वित होने के बाद न केवल कटिहार अंडा उत्पादन में कोसी व सीमांचल में अव्वल होगा, बल्कि इस तरह के अंडे के लिए पश्चिम बंगाल व आंध्रप्रदेश पर बाजार की निर्भरता भी कम होगी। बता दें कि जिले में लगभग सात हजार लोग अंडे के उत्पादन व बिक्री के कारोबार से जुड़े हैं और यहां अंडे के उत्पादन से उन्हें भी काफी राहत मिलेगी। साथ ही इसकी कीमत पर असर होने से इसका प्रत्यक्ष लाभ लोगों को भी मिलेगा।
सरकार की क्या है योजना
समेकित विकास योजना से जिले मे दस हजार लेयर वाले व्यालर अंडे के दो यूनिट की मंजूरी राज्य सरकार से मिलने के कारण इसका कार्य काफी प्रगति पर है। इस योजना के तहत 84 लाख की योजना में 25 लाख सरकार द्वारा अनुदान देने का प्रावधान है। इसके आलावा छोटे यूनिट के लिए भी अनुदान का प्रावधान है।
जिले में कितनी है अंडे की खपत
जिले में अभी अंडे की आपूर्ति आंध प्रदेश, पश्चिम बंगाल के साथ अन्य जगहों से हो रही है। इसके दो थोक बिक्रेता यहां है। अलग-अलग प्रकार के अंडे की आपूर्ति यहां होती है। केवल कटिहार जिले में ढाई लाख से अधिक अंडे की खपत होती है।
व्यालर अंडे उत्पादन के लिए जिले में दो यूनिट की स्वीकृति मिल चुकी है। दोनों यूनिटों का कार्य भी प्रगति पर है। दोनो यूनिट से लगभग एक लाख बीस हजार अंडे का उत्पादन प्रतिदिन होगा। ऐसे और पांच यूनिट की स्वीकृति की उम्मीद है। अंडा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए इस योजना के तहत सरकार 40 प्रतिशत अनुदान दे रही है। फरवरी में दो यूनिट से अंडा उत्पादन शुरु हो जाएगा। इसके अलावा छोटे यूनिट के लिए आवेदन लोग कर सकते हैं। -आंनदी कुमार सिंह,जिला पशुपालन पदाधिकारी।