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Corona virus effect : स्वर्णकारों से रूठे 'लक्ष्मी और विश्वकर्मा'

Corona virus effect लॉकडाउन लगने के बाद ट्रेनों का परिचालन बंद है। ऐसे में भागलपुर के आसपास के जिलों से ग्राहक और दुकानदार नहीं पहुंच पा रहे हैं। आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 09 Sep 2020 12:31 PM (IST)Updated: Wed, 09 Sep 2020 12:31 PM (IST)
Corona virus effect : स्वर्णकारों से रूठे 'लक्ष्मी और विश्वकर्मा'
Corona virus effect : स्वर्णकारों से रूठे 'लक्ष्मी और विश्वकर्मा'

भागलपुर, जेएनएन। Corona virus effect : कोरोना काल में व्यवसायी तरह-तरह की परेशानियां झेल रहे हैं। लेकिन सराफा व्यवसायी सबसे ज्यादा परेशान हैं। माता लक्ष्मी के साथ विश्वकर्मा ने भी उनका साथ छोड़ दिया है। सोना पट्टी में न पहले की तरह ग्राहक पहुंच रहे हैं और न कारीगर लौटे हैं।

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दरअसल, लॉकडाउन लगने के बाद ट्रेनों का परिचालन बंद है। ऐसे में भागलपुर के आसपास के जिलों से ग्राहक और दुकानदार नहीं पहुंच पा रहे हैं। इससे उन्हें आर्थिक नुकसान (लक्ष्मी) उठाना पड़ रहा है। लेकिन अनलॉक-4 में बाजार अब धीरे-धीरे गुलजार होने लगा है, पर सोने के कारीगर (विश्वकर्मा) उनसे रुठ गए हैं। यहां सोना-चांदी का 70 फीसद कारोबार कोलकाता होता था। सोनापट्टी में आभूषण डिजाइन के लिए आठ कर्मशाला हैं। इसमें 150 कारीगर अलग-अलग डिजाइन के आभूषण तैयार करते हैं। लॉकडाउन लगा तो सभी कारीगर घर लौट गए थे। अब उनमें से महज 40 कारीगर काम पर लौटे हैं। सोना पट्टी में 250 से ज्यादा दुकानें है, जबकि एक दर्जन के पास ब्रांडेड शोरूम है।

बड़े फलक पर है कारोबार

भागलपुर की सराफा मंडी से मुंगेर, बांका और खगडिय़ा के अलावा झारखंड के साहिबगंज और गोड्डा जिलों के स्वर्ण व्यापारी यहां खरीदारी करने आते हैं। स्वर्ण व्यवसायियों ने बताया कि लॉकडाउन के बाद कारोबार को रफ्तार पकडऩे में लंबा समय लगेगा।

15 फीसद रह गया कारोबार

लॉकडाउन लागू होने से पहले भागलपुर में सोने-चांदी का कारोबार हर दिन एक से डेढ़ करोड़ के बीच होता था। महीने में 40 करोड़ रुपये के आसपास टर्न ओवर था। अभी कारोबार 15 फीसद ही रह गया है। 12 से 15 लाख रुपये के बीच हर दिन सोने-चांदी की बिक्री हो रही है।

सोने-चांदी की कीमत में उतार-चढ़ाव

अप्रैल से आठ सितंबर के बीच सोने-चांदी की कीमत में उतार-चढ़ाव आया है। अप्रैल में 24 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 40 हजार रुपये और चांदी की कीमत 80 हजार रुपये प्रति किलोग्राम थी। जून में सोने की कीमत बढ़कर प्रति 10 ग्राम 48 हजार रुपये हो गई। जुलाई से अगस्त के दूसरे सप्ताह के बीच सोना 56 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 82 हजार रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रही। आठ सितंबर को सराफा बाजार में सोना 50 हजार 300 रुपये प्रति दस ग्राम की दर से बिका, जबकि चांदी की कीमत 63 हजार रुपये प्रति किलोग्राम रही।  

ट्रेन नहीं चलने से व्यापार पर असर

सराफा कारोबारियों का कहना है कि ज्यादातर ग्राहक ट्रेन से ही भागलपुर पहुंचते थे। ट्रेन बंद होने से सराफा कारोबारी नहीं पहुंच रहे हैं।  

लॉकडाउन के चलते सराफा बाजार प्रभावित हुआ है। 250 दुकानें बंद हैं। करोड़ों का कारोबार ठप है। इसकी भरपाई में कई महीने लग जाएंगे। आभूषण डिजाइन कर्मशाला में 150 की जगह 40 कारीगर ही काम कर रहे हैं। -अनिल कड़ेल, उप सचिव जिला स्वर्णकार संघ।


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