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टीएनबी कालेज के शिक्षकों पर कार्रवाई का असर, दो महीने का पेंडिंग काम महज 48 घंटे में पूरा

टीएनबी कालेज के शिक्षकों पर कार्रवाई का असर दिखने लगा है। दो महीने का पेंडिंग काम महज 48 घंटे में पूरा हो गया। दरअसल दो दिन पूर्व जिन शिक्षकों के पास काम पेंडिंग था उन शिक्षकों के वेतन भुगतान पर...

By Abhishek KumarEdited By: Published: Tue, 02 Nov 2021 12:02 PM (IST)Updated: Tue, 02 Nov 2021 12:02 PM (IST)
टीएनबी कालेज के शिक्षकों पर कार्रवाई का असर, दो महीने का पेंडिंग काम महज 48 घंटे में पूरा
टीएनबी कालेज के शिक्षकों पर कार्रवाई का असर दिखने लगा है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। टीएनबी कालेज के अंग्रेजी विभाग द्वारा करीब दो माह से 11वीं के मूल्यांकन का कार्य पेडिंग रखा गया था, जिसकी वजह से एक हजार से ज्यादा छात्रों की छात्रवृत्ति फंसी हुई थी। इस मामले में प्राचार्य डा. संजय कुमार चौधरी ने जब अंग्रेजी विभाग के हेड समेत पांच शिक्षकों का वेतन रोक दिया तो मूल्यांकन कार्य 48 घंटे में पूरा कर लिया गया। अंग्रेजी विभाग ने तीन दिनों के भीतर कापी मूल्यांकन कर अंक कालेज को उपलब्ध करा दिया है। इस कारण पांचों शिक्षकों के अक्टूबर के वेतन दावे को विवि भेज दिया गया है।

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कापी मूल्यांकन नहीं करने के कारण अंग्रेजी के हेड और शिक्षक नेता डा. मिथिलेश कुमार सिन्हा, शिक्षक और टीएमबीयू के प्राक्टर डा. रतन मंडल, टीएमबीयू के पूर्व कालेज इंस्पेक्टर डा. सरोज कुमार राय, डा. मुख्तार अहमद रिजवी और डा. जावेद अख्तर का वेतन रोका गया था। प्राचार्य डा. संजय कुमार चौधरी ने बताया कि शिक्षकों ने वेतन रोके जाने की कार्रवाई करने के बाद 11वीं का अंक उपलब्ध करा दिया है। उनका वेतन जारी करने का निर्देश दिया गया है, जिससे अक्टूबर माह का वेतन शिक्षकों के खाते में चला जाए।

क्लेम के इंतजार में रोका गया बाकी शिक्षकों का वेतन

सोमवार को विवि द्वारा सभी कर्मियों के अक्टूबर माह का वेतन क्लेम टे्जरी भेजा जाना था, ङ्क्षकतु टीएनबी कालेज से पांच शिक्षकों को छोड़ बाकी शिक्षक और कर्मियों का दावा विवि को भेज दिया गया। बाद में टीएनबी कालेज से जानकारी दी गई कि पांच शिक्षकों को भी कार्रवाई से मुक्त किया गया है। उनका दावा भी भेजा जा रहा है। इस वजह से टीएमबीयू में बाकी शिक्षक और कर्मियों का वेतन टे्जरी भेजे जाने के लिए रुका रहा। टीएनबी कालेज से वेतन क्लेम आने के बाद बाकी कर्मियों का वेतन टे्जरी भेज दिया गया है।

टीएनबी कालेज प्राचार्य ने टीएमबीयू का प्रभारी कुलपति रहते हुए डा. रतन मंडल को प्राक्टर की जिम्मेवारी सौंपी थी। कार्रवाई के दायरे में आए प्राक्टर ने कहा है कि वे विवि नियम-परिनियम के मुताबिक विवि के फुल टाइमर आफिसर हैं। उन्हें कक्षा लेने, कापी मूल्यांकन और परीक्षा ड्यूटी की बाध्यता नहीं है। ऐसे में उनका वेतन रोके जाने से पहले कालेज को उनसे पूछा जाना चाहिए था।  


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