Durga puja 2020: पुजारी सहित सिर्फ चार आदमी को होगी मंदिर के अंदर पूजा-पाठ की इजाजत
25 अक्टूबर की शाम तक मां दुर्गा की प्रतिमा का विर्सजन कर दिया जायेगा। जबकि दशमी 26 अक्टूबर को है। प्रतिमा स्थापित मंदिर में प्रसाद का वितरण नहीं होगा। मंदिर से दो सौ मीटर दूर तक किसी तरह के खाद्य पदार्थ की दुकान नहीं खुलेगी।
जमुई, जेएनएन। रविवार को स्थानीय थाना में दुर्गा पूजा को ले शांति समिति के सदस्यों की एक बैठक थानाध्यक्ष श्रीकांत कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें दुर्गापूजा समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने भाग लिया। अंचलाधिकारी अमित कुमार रंजन ने बताया कि इस बार दुर्गा पूजा सादगी से मनाया जायेगा। किसी प्रकार का कोई मेला एवं पंडाल नहीं लगेगा। जिस मंदिर में मूर्ति स्थापित होगा वहां सिर्फ मंदिर के पुजारी के अलावा चार सदस्य ही पूजा कर सकते है। 25 अक्टूबर की शाम तक मां दुर्गा की प्रतिमा का विर्सजन कर दिया जायेगा। जबकि दशमी 26 अक्टूबर को है। प्रतिमा स्थापित मंदिर में प्रसाद का वितरण नहीं होगा। मंदिर से दो सौ मीटर दूर तक किसी तरह के खाद्य पदार्थ की दुकान नहीं खुलेगी। साउंड एवं लाउंड स्पीकर नहीं बजेगा। प्रत्येक मंदिर में सैनिटाईज एवं सोशल डिस्टेंङ्क्षसग का पालन किया जाना है। भक्तों की भीड़ किसी भी मंदिर में दिखाई दिया तो पूजा समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य पर कार्रवाई की जायेगी। अंचलाधिकारी ने साफ कह दिया कि 25 अक्टूबर को ही मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जित करनी है। श्रद्धालुओं द्वारा किसी प्रकार का प्रसाद नहीं लिया जायेगा। थानाध्यक्ष श्रीकांत कुमार ने बताया कि पूजा के समय प्रत्येक मंदिर में पुलिस बल की तैनाती की जायेगी। पूजा समिति के पदाधिकारी ने बताया कि महिला श्रद्धालू को पूजा समिति नही रोक पाएगी। इसके लिए महिला पुलिस बल की व्यवस्था पूजा स्थल पर किया जायेगा।अष्टमी के दिन डलिया चढ़ाने वालों की भीड़ पूजा स्थल पर उमड़ पड़ती है। साथ ही दशमी के दिन मां दुर्गा को खौइचा भरने के लिए महिलाओं का आगमन होता है। इस स्थिति में पूजा समिति कुछ नहीं कर पायेगी। उन्होंने भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती करने की बात कही। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी दीपेश कुमार, लक्ष्मण झा, मोतीलाल गोयल, पूर्व नगर अध्यक्ष संजय सिन्हा, कालीकांत साव सहित काफी संख्या में पूजा समिति के सदस्य उपस्थित थे।