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शहर की रफ्तार पर रेलवे ट्रैक ने लगाई ब्रेक, सहरसा में रेलवे बैरियर के कारण पूरे दिन लगा रहता है जाम

शहर की रफ्तार पर रेलवे ट्रैक ने ब्रेक लगा दी है। सहरसा में रेलवे बैरियर के कारण पूरे दिन जाम लगा रहता है। पूरे दिन में करीब 25 से 30 बार बैरियर को गिराया जाता है। ऐसे में लोग...

By Abhishek KumarEdited By: Published: Thu, 09 Dec 2021 01:19 PM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 01:19 PM (IST)
शहर की रफ्तार पर रेलवे ट्रैक ने लगाई ब्रेक, सहरसा में रेलवे बैरियर के कारण पूरे दिन लगा रहता है जाम
शहर की रफ्तार पर रेलवे ट्रैक ने ब्रेक लगा दी है।

संवाद सूत्र, सहरसा। कोसी प्रमंडल मुख्यालय सहरसा शहर में रेल बैरियर के कारण ही हर हमेशा सड़क जाम लगा रहता है। सड़क जाम के कारण हर रोज लोंगो का कई काम छूट जाता है। शहर को दो भागने वाली रेल ही शहरवासियों के लिए अब धीरे- धीरे मुसीबत बनती जा रही है।

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सहरसा शहर रेलवे के रहमोकरम पर है। शहर को दो हिस्सो में विभक्त करनेवाली रेल पटरी शहरवासियों के लिए सिरदर्द बनती जा रही है। शहर के मुख्य बाजार स्थित बंगाली बाजार एवं गंगजला रेलवे ढाला पर लगा बैरियर दिन भर में 25-30 बार गिरता है। जिस कारण यहां घंटों जाम लगा रहता है। रेलवे ढाला का बैरियर गिरे रहने से ही शहर में जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

सहरसा शहर में पहले शंटिग प्वाइंट बंगाली बाजार रेलवे ढाला के पास ही था। जिस कारण रेलवे ढाला का बैरियर गिरे रहने पर लोग गंगजला रेलवे ढाला होकर आते जाते थे। लेकिन रेल निर्माण विभाग के अधिकारी ने बेवजह शंटिग प्वाइंट को वहां से बदलकर गंगजला रेलवे ढाला से आगे कर दिया। जिस कारण अब शंटिग प्वाइंट गंगजला रेलवे ढाला के बाद बनाए जाने से शंटिग के दौरान बंगाली बाजार एवं गंगजला रेलवे ढाला का बैरियर एक साथ ही गिरता है और एक साथ ही उठता है।

शंटिग प्वाइंट बदलने से अब बंगाली बाजार और गंगजला दोनों सड़क जाम हो जाती है। जिससे कुछ ही देर में सैकड़ों वाहन बैरियर के दोंनो ओर लग जाती है। एक बार शंटिग के दौरान बैरियर करीब एक- एक घंटे तक तक गिरा रहता है। जाम में फंसे लोग स्थानीय जनप्रतनिधियों को कोसते है कि सहरसा में एक रेल ओवरब्रिज कई शिलान्यास होने के बाद भी नहीं बन सका है।

जाम में फंस जाता है एम्बुलेंस

बंगाली बाजार एवं गंगजला रेलवे ढाला पर बराबर एम्बुलेंस जाम में फंसा रहता है। मरीज की जान खतरे में पड़ जाती है। एम्बुलेंस का सायरण लगातार बजते रहता है। लेकिन बैरियर गिरा ही रहता है। जब तक ट्रेन की शंटिग नहीं हेा जाती है तब तक एम्बुलेंस जाम में फंसा रहता है। जाम में फंसने के बाद एम्बुलेंस के अंदर मरीज की हालत और अधिक खराब हो जाती है। मरीज के स्वजन भी

परेशान हो जाते है।

सुरक्षा नियमों का होता है पालन

पूर्व मध्य रेल के सभी मानव सहित रेल फाटकों पर ट्रेनों की आवाजाही के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करने का सख्त निर्देश दिया गया है। ट्रेनों के परिचालन को लेकर सुरक्षा कारणों से बैरियर गिराया जाता है।

राजेश कुमार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्व मध्य रेल


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