रिश्ता और वर्दी दोनों कलंकित : निलंबन बाद भी डीएसपी ने मुख्यालय में नहीं दिया योगदान, पवित्र रिश्ता को भी किया था शर्मसार
रिश्ते को कलंकित करने वाले डीएसपी सोमेश कुमार मिश्रा ने अपने वरीय अधिकारियों के भी बातें की अवहेलना की थी। मामले का उजागर विभागीय जांच पीडि़ता का यौन शोषण समिति सदस्य के समक्ष बयान में उजागर हुआ। फिर
भागलपुर, जेएनएन। रिश्ते को कलंकित करने वाले डीएसपी सोमेश कुमार मिश्रा बैंककर्मी पीडि़ता को परेशान करने की कोई कसर नहीं छोड़ी। उसे दिल्ली, भागलपुर, कोलकाता तक परेशान करता रहा। राजगीर पुलिस अकादमी के उप निदेशक परवेज अख्तर ने उसकी कारगुजारी जानी तो हैरत में पड़ गए। विभागीय जांच, पीडि़ता का यौन शोषण समिति सदस्य माया गुप्ता के समक्ष बयान ने सबकुछ साफ कर दिया था। पुलिस मुख्यालय ने जांच रिपोर्ट बाद डीएसपी सोमेश को 29 सितंबर 2020 को निलंबित कर दिया था। हैरान करने वाली बात कि निलंबन बाद भी सोमेश ने पीडि़ता का जीना मुहाल कर दिया था। उसके मोबाइल नंबर का पता झटके में लगा लिया करता था। पीडि़ता उसकी हरकतों से परेशान उसके नंबर ब्लाक करती तो वह दूसरे नंबरों से फोन करता। वह अपना नंबर बदल लेती तो वह उसका पता भी चंद घंटों में लगा लेता था।
पीडि़ता आजिज थी। लेकिन लोक लाज ने उसे रोक रखा था। उधर सोमेश के निलंबन की अधिसूचना गृह विभाग से जारी होने के बाद भी सोमेश ने योगदान नहीं दिया। निलंबन अवधि में बनाए गए मुख्यालय शाहाबाद डिहरी में योगदान देने के बजाय वह झारखंड में छिपे रहकर पीडि़ता को परेशान करता रहा। उसकी मां, पिता समेत परिवार के अन्य सदस्यों को जानमाल के नुकसान की कोशिश करता रहा। पुलिस महकमे की तकनीकी जांच से वाकिफ सोमेश ने पीडि़ता को परेशान करने के लिए कई विदेशी मोबाइल नंबरों से कॉल कर परेशान करता रहा। पीडि़ता ने उन विदेशी नंबरों के कॉल और मेसेज का स्क्रीन शाट भी पुलिस मुख्यालय और राजगीर पुलिस अकादमी को उपलब्ध कराया था। विदेशी नंबरों में युनाइटेड किंगडम के नंबर से ज्यादा कॉल और मेसेज सोमेश ने भेजे थे। हर कॉल और मेसेज में ब्लैकमेल, बुरा कर देने की धमकी, समर्पण करने की चेतावनी हुआ करती थी।
पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस मुख्यालय ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भागलपुर के एसएसपी आशीष भारती को उसकी गिरफ्तारी के लिए फौरी कदम उठाने को कहा। नतीजा 12 नवंबर को तकनीकी सेल की मदद से महिला थाने की पुलिस ने सोमेश को झारखंड के साहिबगंज रेलवे कॉलोनी से दबोच लिया। वह वहां जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र के झरना कॉलोनी में छिपा था। उसे गिरफ्तार कर पुलिस भागलपुर लाई। यहां उसने सिटी एएसपी समेत अन्य पुलिस वालों से भी बहस करनी शुरू कर दी। सिटी एएसपी पूरण कुमार झा ठहरे आइपीएस, उन्होंने कागजी प्रक्रिया पूरी कराते हुए तुरंत कोर्ट में उपस्थित करवा जेल भेज दिया।