बिना वेतन लिए ढाई वर्षों से नौकरी कर रहे बांका के ये पुलिस के अधिकारी, जानिए वजह
बांका में डीएसपी डीसी श्रीवास्तव को ढाई वर्षों से वेतन नहीं मिला है। वेतन प्रमाण पत्र (एलपीसी) जमा नहीं है। एलपीसी जमा नहीं करने के कारण से रुका हुआ है वेतन। बांका से एसपी ने दो माह पूर्व संबंधित अधिकारी को लिखा था पत्र।
भागलपुर [संजय सिंह]। बांका के एक पुलिस पदाधिकारी की कहानी कुछ गजब ही है। पिछले ढाई वर्षों से अंतिम वेतन प्रमाण पत्र (एलपीसी) नहीं जमा करने के कारण वेतन भुगतान रुका हुआ है। एसपी ने संबंधित अधिकारी को पत्र लिखकर अविलंब कागजात जमा करने का निर्देश दिया था। लेकिन दो माह बीतने के बावजूद उक्त अधिकारी ने अब तक कागजात जमा नहीं किए। ऐसे में ये सवाल उठता है कि आखिर ढाई वर्षों से बिना वेतन लिए अधिकारी का हर काम कैसे चल रहा है?
बताया जाता है कि लगभग ढाई वर्ष पूर्व बांका में डीएसपी के पद पर डीसी श्रीवास्तव ने योगदान दिया था। योगदान देने के बाद उन्होंने अपना अंतिम वेतन प्रमाण पत्र जमा नहीं किया। परिणाम स्वरूप तब से उनका वेतन बंद है। वे लगभग ढाई वर्षों से इस जिले में पदास्थापित हैं। सरकारी प्रवधान के अनुसार अब तबादले के तुरंत बाद ही संबंधित कर्मियों को अंतिम वेतन प्रमाण पत्र उपलब्ध करा दिया जाता है। लेकिन उक्त अधिकारी को अबतक अंतिम वेतन प्रमाण पत्र क्यों नहीं निर्गत किया गया? ये जांच का विषय है। ढाई वर्षों के दौरान उनके समक्ष कई तरह की आर्थिक समस्याएं भी आई होंगी। लेकिन वेतन के बिना इस समस्या का समाधान उन्होंने कैसे किया यह जांच का विषय है। उनकी इस आर्थिक कठिनाई की ओर किसी वरीय पदाधिकारी की भी नजर नहीं गई।
बताया जाता है कि बांका पुलिस की कार्यशैली का एक और नमूना सामने आया है। बौंसी के थानाध्यक्ष राजकिशोर सिंह का तबादला वरीय पुलिस पदाधिकारियों के निर्देश पर दूसरे जिले में कर दिया गया। तबादला हुए दो माह से ज्यादा बीत गए लेकिन उन्हेंं अब तक विरमित नहीं किया गया है। आखिरकार वरीय अधिकारियों के निर्देश पर हुए तबादले को कैसे रोका जा सकता है, ये बड़ा सवाल पुलिस महकमे में जोर-शोर से उछाला जा रहा है। पंचायत चुनाव के दौरान जब आयोग के निर्देश पर तमाम लोगों को मुक्त करना है तो फिर उक्त थानेदार अबतक कैसे पदास्थापित हैं? इस मामले में बांका के एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने पूछने पर बताया कि उक्त डीएसपी को उन्होंने दो माह पूर्व स्वयं पत्र लिखकर एलपीसी जमा करने का निर्देश दिया है। वे इस मामले की जांच करवाएंगे कि अबतक उनका एलपीसी आया है या नहीं। दारोगा के संदर्भ में पूछे गए सवाल पर उनका कहना था कि पुलिस पदाधिकारियों की कमी के चलते उन्हें रोका गया है। बेहतर पुलिस पदाधिकारी मिलते ही उन्हें मुक्त कर दिया जाएगा।
मालखाने का प्रभार कोई लेने के लिए तैयार नहीं हो रहा है, इस कारण एलपीसी नहीं दिया जा रहा है। वेतन नहीं मिलने की शिकायत मैंने विभाग से भी की है। -दिनेश श्रीवास्तव, डीएसपी, बांका।