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दवा कंपनी ने दिखाई मानवता, जमुई के जिलाधिकारी को दिये पांच आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन

100 से अधिक आक्सीजन कांसंट्रेटर मशीन पटना में बंटवाई है। इसी क्रम में आईएएस दीपक कुमार ने उन्हें जमुई में भी यह मशीन लगवाने का सुझाव दिया। उनके सुझाव पर उन्होंने अपने गृहक्षेत्र सिकंदरा में मशीन लगवाने की योजना बनाई।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 05:50 PM (IST)Updated: Mon, 17 May 2021 05:50 PM (IST)
दवा कंपनी ने दिखाई मानवता, जमुई के जिलाधिकारी को दिये पांच आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन
100 से अधिक आक्सीजन कांसंट्रेटर मशीन पटना में बंटवाई है।

जागरण संवाददाता, जमई। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर को लेकर जमुई में भी आक्सीजन का संकट बना हुआ है। ऐसे में सिकंदरा प्रखंड के पिरिहिंडा गांव के दिल्ली में चिकित्सा क्षेत्र के कारपोरेट संजय कुमार सिंह ने मानवता का मिसाल पेश किया है। उन्होंने जमुई के हालात को देखकर अपने मद से जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह को पांच आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन मुहैया कराई है। इस मशीन को महुली कोविड सेंटर में लगाया जाएगा।

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दरअसल भाकपा नेता और समाजसेवी राजेन्द्र सिंह के पुत्र संजय सिंह दिल्ली में एसआर मेडिकेयर नाम की दवाई कंपनी के सीईओ हैं। उनके पिता ने सिकंदरा में कालेज का निर्माण कर शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल की थी। अपने पिता के नक्शे कदम पर चलकर उन्होंने भी हमेशा समाज की सेवा की है।

उन्होंने लगभग 100 से अधिक आक्सीजन कांसंट्रेटर मशीन पटना में बंटवाई है। इसी क्रम में आईएएस दीपक कुमार ने उन्हें जमुई में भी यह मशीन लगवाने का सुझाव दिया। उनके सुझाव पर उन्होंने अपने गृहक्षेत्र सिकंदरा में मशीन लगवाने की योजना बनाई। परंतु जमुई डीएम ने उन्हें महुली कोविड सेंटर में इसे लगाने का सुझाव दिया। उनका कहना था कि सिकंदरा में अगर संक्रमित मरीज मिलते हैं तो उसे जमुई कोविड सेंटर में आसानी से शिफ्ट कर दिया जाता है। महुली में लगने से मरीजों के लिए सुविधाजनक होगा। उनके सुझाव पर संजय सिंह ने सोमवार को पत्र भेजकर जिला प्रशासन को पांच मशीन उपलब्ध करा दिए हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा मैंने अपने स्तर से सिकंदरा अस्पताल में 100 कोविड बेड लगाने का भी सुझाव दिया है। इसपर भी काम चल रहा है।

क्या है आक्सीजन कंसंट्रेटर

यह हवा में से आक्सीजन को अलग कर देता है। हवा केा अपने अंदर लेकर अन्य गैसों को अलग कर देता है और शुद्ध् आक्सीजन की सप्लाई करता है। जिन अस्पतालों में आक्सीजन की व्यवस्था नहीं है। वहां के लिए काफी फायदेमंद है। कोविड का इलाज करा रहे मरीजों के लिए अच्छा विकल्प है। यह बिजली और इंभर्टर दोनों से चलता है और एक मिनट में पांच से दस लीटर आक्सीजन की सप्लाई कर सकता है।


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