Double Murder Bhagalpur: सुल्तानगंज में मासूम बेटे का गला रेतने के बाद अपने पिता को भी काट डाला
Double Murder Bhagalpur भागलपुर के सुल्तानगंज में एक बड़ी घटना सामने आयी है। एक युवक ने अपने पुत्र और पिता की हत्या कर दी। दर्जनभर ग्रामीणों को भी घायल कर दिया। हाथ में दबिया फरसा और त्रिशूल ले मचा रहा था आतंक।
संवाद सूत्र, सुल्तानगंज (भागलपुर)। भागलपुर के सुल्तानगंज के पुरानी मोतीचक गांव में रविवार को मानसिक दिव्यांक दीपक मंडल ने पड़ोसी रुदल मंडल के बेटे रवि कुमार (8) का उसके घर के बरामदे में गला रेत दिया। गला रेतने के बाद दीपक बच्चे के शव के पास बैठा रहा। इसके बाद वहां से खून से सनी दबिया लेकर गांव में जाने लगा। रास्ते में उसके पिता ने रोका तो उसने उन्हें भी दबिया और फरसा मारकर मार डाला। दोनों की हत्या के बाद खून से सनी दबिया और फरसा को लेकर गांव की तरफ जाने लगा।
इसी बीच ग्रामीणों को घटना की जानकारी हो गई। उन लोगों ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने उन पर हमला कर दिया। करीब एक दर्जन लोगों को घायल कर दिया। इसके बाद पुलिस को ग्रामीणों ने घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस जैसे ही उसे पकड़ने के लिए बढ़ी तभी उसने पुलिस पर भी हमला कर दिया। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से उसे पकड़ पाई। हालांकि घटना से ग्रामीण इतने आक्रोशित थे उन लोगों ने पुलिस के सामने ही दिव्यांग पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। पुलिस के लाख समझाने के बाद भी लोगों ने आरोपित की पिटाई जारी रखी। तब सुल्तानगंज थानेदार ने ग्रामीणों पर पिस्टल तान दिया। उसके बाद भी ग्रामीणों का आक्रोश कम नहीं हुआ। इधर, पुलिस ने आरोपी और घायलों को बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल में उपचार के लिए भेजा।
जानकारी के मुताबिक, दोपहर में रवि की मां ललिता देवी ईंटभट्ठा पर काम करने के लिए गई थी। रवि के पिता रुदल मंडल भी विकलांग है। वह भी गांव में गए थे। रवि घर पर अकेले ही अपने बरामदे में खेल रहा था। इसी बीच दीपक अपने घर से दबिया और फरसा लेकर निकला। फिर रवि को पकड़ लिया। इसके बाद बरामदे में ही उसका दबिया से गला रेत दिया। गला रेतने के बाद दीपक काफी देर तक वहां बैठा रहा। इसके बाद फिर फरसा और दबिया लेकर गांव की तरफ निकल गया। रास्ते में सत्संग भवन के पास दीपक के पिता सियाराम मंडल ने उसे देखा तो रोका और जानना चाहा कि वह कहां जा रहा है। उसने बताया कि रूदल के बेटे को उसने मार डाला है। जबतक सियाराम मंडल उसे पकड़ते तबतक उसने उन पर फरसा से हमला कर दिया। उन पर तब तक प्रहार करता रहा जब तक उनकी मौत हो गई। इसी बीच ग्रामीणों को घटना की जानकारी हो गई। वो भी लाठी-डंडे को लेकर उसे पकड़ने के लिए पहुंचे। ग्रामीणों के देखते ही दीपक उन पर फरसा और दबिया फेंककर हमला करने लगा। कोई उसके नजदीक जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।
धीरे-धीरे गांव की तरफ बढ़ने लगा दीपक
दो लोगों की हत्या के बाद दीपक का आक्रोश कम नहीं हुआ ।वह घूम-घूम कर पूरे गांव में लोगों को धमकाने लगा। कोई भी उसके सामने आयेगा उसे वह काट डालेगा। इस दौरान जो उसके नजदीक आया। उसने उन पर हमला कर दिया। करीब दर्जन लोग घायल हुए। जिसमें वृद्ध रामदेव यादव की हालत काफी नाजुक है। दीपक ने धारदार हथियार से रामदेव यादव के हथेली पर हमला कर दिया है।इसके अलावा महेश्वरी खातून और अन्य लोगों को भी उसने हथियार से घायल किया है। कुछ लोगों को आंशिक और मामूली चोटें आई हैं।
हनुमान मंदिर से निकाल लिया त्रिशूल
जब ग्रामीणों ने उसे पकड़ने के लिए प्रयास शुरु किया तो उसने गांव के ही हनुमान मंदिर में लगे त्रिशूल को भी निकाल लिया। जैसे ग्रामीणों की भीड़ उसे पकड़ने के लिए आगे बढ़ रही थी तभी वह त्रिशूल तो कभी फरसा फेंक दे रहा था। जिससे सभी भाग जा रहे थे। इसी बीच अन्य गांव के लोगों को भी इसकी जानकारी हो गई। वो भी मोतीचक गांव में पहुंच गए। सभी लोगों ने उसे घेरकर कर पकड़ने की कोशिश की लेकिन सभी प्रयास विफल रहा। इसी बीच ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे ग्रामीणों की मदद से पकड़ा। जैसे दीपक पकड़ा गया ग्रामीणों ने उस लाठी-डंडे से हमला कर दिया। पुलिस दीपक को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाने लगी तो ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद सुल्तानगंज थानेदार ने अपनी सर्विस रिवाल्वर निकाल ली और ग्रामीणों पर ही तान दिया। इसके बाद लोग माने। घटना के बाद इलाके में तनाव में है। उधर रवि की मां और पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।