सावधान! कमजोर सिग्नल हो तो न करें मोबाइल से बात, ये हैं खतरे
मोबाइल पर अगर सिग्नल कमजोर हो तो बात करना खतरनाक हो सकता है। कम सिग्नल के दौरान रेडिएशन अघिक होता है। इससे स्वास्थ्य संबंधी गंभीर परेशानी हो सकती है।
By Edited By: Published: Tue, 20 Mar 2018 09:36 AM (IST)Updated: Tue, 20 Mar 2018 06:18 PM (IST)
style="text-align: justify;">भागलपुर [जेएनएन]। रात-दिन मोबाइल पर चिपके रहने वाले लोगों के लिए यह खबर आगाह करने वाली है। कम सिग्नल पर भी बात करने वाले उपभोक्ताओं को सचेत होने की जरूरत है। अगर मोबाइल पर सिग्नल कम आ रहा है तो मोबाइल का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इस दौरान रेडिएशन ज्यादा होता है। पूरा सिग्नल मिलने पर ही मोबाइल का इस्तेमाल करें।
जानकारों के मुताबिक मोबाइल टावर के 300 मीटर के क्षेत्र में सबसे ज्यादा रेडिएशन होता है। टॉवर में लगे एंटीना के सामने वाले हिस्से से सबसे ज्यादा तरंगें निकलती हैं। टॉवर पर जितने अधिक एंटीना होंगे रेडिएशन का खतरा भी उतना ही अधिक होगा।
रेडियेशन के ये हैं साइड इफेक्ट्स
भौतिकी विशेषज्ञों के अनुसार मोबाइल रेडिएशन से तमाम दिक्कतें हो सकती हैं, जिनमें प्रमुख हैं सिरदर्द, सिर में झनझनाहट, लगातार थकान महसूस करना, चक्कर आना, डिप्रेशन, नींद न आना, आखों में ड्राइनेस, काम में ध्यान न लगना, कानों का बजना, सुनने में कमी, याददाश्त में कमी, पाचन में गड़बड़ी, अनियमित धड़कन, जोड़ों में दर्द आदि।
ये करें उपाय
- मोबाइल को यथासंभव शरीर से दूर रखें।
- ईयरफोन या ब्लूटूथ का प्रयोग करें और हैंडसेट को सिर से दूर रखें
- मोबाइल को सिर से चिपका कर अथवा दबाकर बात न करें
- ज्यादा से ज्यादा स्पीकर मोड का प्रयोग करें
- जब सिग्नल कम होता है तो मोबाइल अधिक विकिरण उत्सर्जित करता है अत: पूर्ण सिग्नल होने पर ही बात करें।
- मोबाइल से बात करते समय टहलने से परहेज करें
- धातुएं व पानी रेडियों तरंगों की सुचालक होती हैं। धातु निर्मित चश्में तथा भीगे बाल पर मोबाइल से बात न करें।
जानकारों के मुताबिक मोबाइल टावर के 300 मीटर के क्षेत्र में सबसे ज्यादा रेडिएशन होता है। टॉवर में लगे एंटीना के सामने वाले हिस्से से सबसे ज्यादा तरंगें निकलती हैं। टॉवर पर जितने अधिक एंटीना होंगे रेडिएशन का खतरा भी उतना ही अधिक होगा।
रेडियेशन के ये हैं साइड इफेक्ट्स
भौतिकी विशेषज्ञों के अनुसार मोबाइल रेडिएशन से तमाम दिक्कतें हो सकती हैं, जिनमें प्रमुख हैं सिरदर्द, सिर में झनझनाहट, लगातार थकान महसूस करना, चक्कर आना, डिप्रेशन, नींद न आना, आखों में ड्राइनेस, काम में ध्यान न लगना, कानों का बजना, सुनने में कमी, याददाश्त में कमी, पाचन में गड़बड़ी, अनियमित धड़कन, जोड़ों में दर्द आदि।
ये करें उपाय
- मोबाइल को यथासंभव शरीर से दूर रखें।
- ईयरफोन या ब्लूटूथ का प्रयोग करें और हैंडसेट को सिर से दूर रखें
- मोबाइल को सिर से चिपका कर अथवा दबाकर बात न करें
- ज्यादा से ज्यादा स्पीकर मोड का प्रयोग करें
- जब सिग्नल कम होता है तो मोबाइल अधिक विकिरण उत्सर्जित करता है अत: पूर्ण सिग्नल होने पर ही बात करें।
- मोबाइल से बात करते समय टहलने से परहेज करें
- धातुएं व पानी रेडियों तरंगों की सुचालक होती हैं। धातु निर्मित चश्में तथा भीगे बाल पर मोबाइल से बात न करें।
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