Corona effect : डॉक्टरों के बंद किए MR के लिए अपने क्लीनिकों के दरवाजे
Corona effect भागलपुर में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए चिकित्सकों ने अपने क्लीनिकों में एमआर को आने पर रोक लगा दी। एमआर ने इसका विरोध किया है।
भागलपुर, जेएनएन। शहर में एक मेडिकल रिप्रजेंटेटिव (एमआर) के कोरोना संक्रमित होने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने सभी एमआर के क्लीनिकों में विजिट पर 30 जून तक के लिए रोक लगा दी है। इसकी जानकारी भी एमआर को दे दी है।
आइएमए के सचिव डॉ. वीरेंद्र कुमार बादल ने कहा कि बुधवार को एमआर को क्लीनिकों में आने से रोक लगा दी गई है। इस बाबत नोटिस भी निकाली गई है। उन्होंने कहा कि भागलपुर सहित जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। इसके अलावा एमआर के संक्रमित होने के बाद ही एमआर के आने पर रोक लगाई गई।
स्थानीय आनंदगढ़ में एमआर, उसकी पत्नी और बच्चे में कोरोना पॉजिटिव मिलने पर डॉक्टरों में भी बेचैनी बढ़ गई है। बेचैनी इसलिए भी बढ़ी कि इस परिवार की यात्र का कोई इतिहास नहीं है। यानि इसके पूर्व जितने भी लोग कोरोना पॉजिटिव मिलें हैं, वे अन्य राज्यों से आए हैं। साथ ही जिले के प्रखंडों के निवासी हैं।
दूसरी तरफ बिहार प्रदेश सेल्स रिप्रजेंटेटिव ने अफवाह फैलाने की निंदा की। बुधवार को स्थानीय सैंडिस कंपाउंड में दवा प्रतिनिधियों की बैठक राजेश मिश्र की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने कहा कि क्लीनिक और दवा दुकानदारों द्वारा एमआर को आने से नहीं रोका गया है, लेकिन यह अफवाह फैलाई गई। बैठक में कुणाल मिश्र, पुष्पक मिश्र, प्रणव सिंह सहित कई एमआर शामिल हुए।