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सात महीने से हो रहा ट्रेन का ठहराव पर नहीं मिलती टिकट, बेटिकट यात्रियों को भरना पड़ता है जुर्माना

भागलपुर से हावड़ा के लिए कवि गुरु एक्सप्रेस का परिचालन नवंबर 2018 में शुरू हुआ है। इससे पहले लंबी दूरी के लिए एक भी एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन इस रूट पर नहीं होता था।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Sun, 16 Jun 2019 11:16 AM (IST)Updated: Sun, 16 Jun 2019 03:19 PM (IST)
सात महीने से हो रहा ट्रेन का ठहराव पर नहीं मिलती टिकट, बेटिकट यात्रियों को भरना पड़ता है जुर्माना
सात महीने से हो रहा ट्रेन का ठहराव पर नहीं मिलती टिकट, बेटिकट यात्रियों को भरना पड़ता है जुर्माना

भागलपुर [रजनीश]। भागलपुर से हावड़ा के बीच चलने वाली कवि गुरु एक्सप्रेस का ठहराव हंसडीहा और बारापलासी पर है। सात महीने से कवि गुरु एक्सप्रेस इन दोनों स्टेशनों पर अप और डाउन में दो मिनट रुकती है, पर यहां से न तो भागलपुर के लिए टिकट मिलता है और न हावड़ा के लिए। ऐसे में यात्रियों को बिना टिकट ही सफर करना पड़ रहा है। रेलवे के छोटे से लेकर बड़े अधिकारी को भी सारी बातों की जानकारी है फिर भी टिकट कटने का हल निकाला नहीं गया है।

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दरअसल, हंसडीहा और बारापलासी स्टेशनों पर कंप्यूटरीकृत जनरल टिकट नहीं कट रहा है। आज भी दोनों स्टेशनों पर मैनुअल (गत्ता) टिकट ही मिलता है। भागलपुर से हावड़ा के लिए कवि गुरु एक्सप्रेस का परिचालन नवंबर 2018 में शुरू हुआ है। इससे पहले लंबी दूरी के लिए एक भी एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन इस रूट पर नहीं होता था। नई ट्रेन चलने सात महीने बाद भी रेलवे ने मैनुअल टिकटों का छपाई नहीं करा सका। इस कारण दोनों स्टेशनों से कवि गुरु के यात्रियों को भागलपुर, हावड़ा, दुमका और अन्य स्टेशनों के टिकट नहीं मिल रहे हैं और बिना टिकट लिए ही ट्रेन से सफर करने को मजबूर हैं।

बिना टिकट सफर करने के आरोप में लिया जा रहा जुर्माना

कवि गुरु से सफर करने वाले यात्री जब टिकट लेने पहुंचते हैं तो टिकट नहीं दिया जाता। यात्री जब इस ट्रेन से भागलपुर या दूसरे स्टेशनों पर उतरते हैं तो चेकिंग स्टॉफ बिना टिकट सफर करने की बात कहकर जुर्माना वसूल रहे हैं। ऐसे में यात्रियों की जेबें ढीली हो रही है। इससे रोज सैकड़ों यात्री परेशान हो रहे हैं।

रोज होती है नोकझोंक

इस ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों और दोनों स्टेशन पर टिकट क्लर्क के बीच टिकट को लेकर रोज नोकझोंक होती है। यात्री टिकट की मांग करते हैं तो उन्हें टिकट नहीं दिया जाता।

केस स्टडी-एक : हंसडीहा से भागलपुर आने के लिए चांदनी कुमारी परिवार संग कवि गुरु एक्सप्रेस का टिकट कटाने काउंटर पर पहुंची। पहले तो काउंटर बंद मिला। इसके बाद टिकट नहीं होने की बात कर्मियों ने कही। लाचार होकर बिना टिकट के ही कवि गुरु एक्सप्रेस में सवार हुई।

केस स्टडी-दो : राकेश कुमार परिवार के साथ भागलपुर आने के लिए हंसडीहा स्टेशन पर कवि गुरु एक्सप्रेस पकडऩे पहुंचे। काउंटर पर गए तो टिकट की मांग की। पर, टिकट नहीं मिला। कहा गया कि टिकट नहीं है। इसके बाद शिकायत पुस्तिका भी नहीं दी गई।

केस स्टडी-तीन : संजय गुप्ता बारापसली स्टेशन पर कवि गुरु एक्सप्रेस में भागलपुर आने के लिए बिना टिकट ही सवार हुए। भागलपुर ट्रेन रात दस बजे के करीब पहुंची। यहां आने के बाद चेकिंग स्टॉफ ने बिना टिकट का सफर करने पर जुर्माना देने की बात कही।

हंसडीहा स्टेशन के एसएस अमर कुमार ने कहा कि सात महीने से कवि गुरु एक्सप्रेस चल रही है। यहां आज भी मैनुअल टिकट मिलता है। छपाई नहीं होने से यात्रियों को टिकट नहीं दिया जा रहा है। इस मामले से वरीय अधिकारी भी अवगत हैं।

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