डीएम ने आग से झुलसे मजदूर पर दिखाई दरियादिली, सदर अस्पताल में शुरू करवाया इलाज
अलाव तापने के दौरान गंभीर रूप से झुलस चुके आर्थिक रूप से कमजोर मजदूर जीवन और मौत के बीच जूझ रहा था। एक तरह पत्नी जहां ईश्वर से पति के ठीक होने की दुआ मांग रही थी वहीं घायल मजदूर भगवान से अपनी मौत मांग रहा था।
जागरण संवाददाता, किशनगंज । आग में झुलस कर बुरी तरह घायल हो चुके वासुदेव का दोबारा इलाज शुरू हो चुका है। आर्थिक मजबूरी में इलाज नहीं करा पाने का मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने पर जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश ने संज्ञान लिया और तत्काल मेडिकल टीम भेजकर वासुदेव को सदर अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया। शु्क्रवार से दोबारा इलाज शुरू होने पर अब वासुदेव की हालत स्थिर थोड़ी ठीक बताई जा रही है और स्वजनों में उसके स्वस्थ होने की आस जगी है।
दरअसल पहली जनवरी को बासुदेव चायपत्ती बागान से मजदूरी कर वापस घर लौटा था। भीषण ठंड से निजात पाने के लिए उसने कुछ जलावन बटोरा और कुर्सी पर बैठकर अलाव तापने लगा। इसी दौरान चक्कर आ जाने से वह जलती आग में गिर गया। घटना के बाद उसने मदद के लिए पुकार भी लगाई। पत्नी के भी बाहर रहने के कारण उसकी चीख पुकार पास में बज रहे डीजे की शोर में दबकर रह गया। घंटों आग के शोलों के बीच पड़े रहने के कारण उसके कमर से उपर का हिस्सा बुरी तरह से झुलस गया।
कुछ देर बाद जब पत्नी मजदूरी कर घर वापस लौटी तो बासुदेव की स्थिति देख वह भी बेहोश हो गई। उसने किसी तरह बासुदेव को जलती अलाव से बाहर निकाला और आसपड़ोस के लोगों से मदद की गुहार लगाई। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने उसे इलाज के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। 70 फीसदी से अधिक जल जाने के कारण उसे मेडिकल कॉलेज से हाईयर सेंटर रेफर कर दिया गया।
जिसके बाद इस्लामपुर अस्पताल ले जाया गया। इस्लामपुर से भी उसे सिलीगुड़ी रेफर कर दिया गया। सिलीगुड़ी में इलाज के लिए भारी भरकम खर्च को वहन करने की स्थिति नहीं होने के कारण पत्नी उसे वापस घर ले आई और ग्रामीण डॉक्टर से इलाज कराने लगी। समुचित इलाज के अभाव में बासुदेव की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती चली गई। बुरी तरह से झुलस जाने के कारण होने वाली तकलीफ से निजात पाने के लिए वह ऊपरवाले से अपनी मौत की दुआएं मांगने लगा।
घर के एकमात्र कमाऊ सदस्य के बीमार हो जाने के कारण परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई। इस बीच किसी ने बासुदेव की स्थिति का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया में पोस्ट कर दिया। जिसे देख जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सदर अस्पताल प्रबंधन को बासुदेव को अस्पताल में भर्ती कर इलाज प्रारंभ करने का निर्देश दिया।