भागलपुर में मेडिकल कालेज की तर्ज पर बनेगा जिला अस्पताल, एक ही भवन के नीचे सब कुछ
भागलपुर में एक ही भवन के नीचे मरीजों को मिलेंगी हर तरह की सुविधाएं। राज्य सरकार ने उपलब्ध कराया 40 करोड़ रुपये सदर अस्पताल परिसर में होगा निर्माण कार्य। इनडोर और आउटडोर की भी रहेगी सुविधा। मरीजों को आसानी होगी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल की तर्ज पर सदर अस्पताल परिसर में जिला अस्पताल बनेगा। यहां सिर्फ पढ़ाई नहीं होगी, अन्य सुविधाएं मेडिकल कालेज अस्पताल की तरह मिलेंगी। एक ही भवन के नीचे मरीजों को सारी सुविधाएं मिलेंगी। राज्य सरकार ने भागलपुर में जिला अस्पताल बनाने की अनुमति दे दी है। इसके लिए 40 करोड़ रुपये का एलाटमेंट भी कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के कंस्ट्रक्शन विभाग ने भवन निर्माण का काम शुरू कर दिया है। पुराने एवं जर्जर भवन को तोड़कर नया निर्माण किया जा रहा है।
इनडोर व आउटडोर की रहेगी सुविधा
जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा मिलेगी। आउटडोर और इनडोर की व्यवस्था होगी। गर्भवती महिलाओं के लिए लेबर रूम रहेगा। अलग-अलग वार्ड का निर्माण होगा। आपरेशन की सुविधा रहेगी। मरीजों के रहने और खाने की व्यवस्था होगी। एक्सरे, सिटी स्कैन, एमआरआइ सहित अन्य तरह की जांच की मरीजों को सुविधा मिलेगी। 24 घंटे नर्स व चिकित्सक उपलब्ध रहेंगे। मरीजों को जांच व इलाज के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
सदर अस्पताल का कराया जा रहा जीर्णोद्धार
सदर अस्पताल का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। सदर अस्पताल पूर्व के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के भवन में चल रहा है। लोकनायक जयप्रकाश सदर अस्पताल पूरी तरह जर्जर हो गया था। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर भवन निर्माण विभाग सदर अस्पताल का जीर्णोद्धार करा रहा है। जीर्णोद्धार का काम लगभग पूरा कर लिया गया है। जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि अस्पताल के जीर्णोद्धार के बाद सभी वार्डों, सामान्य वार्डों के साथ-साथ कुछ वार्ड को पेइंग वार्ड व प्राइवेट वार्ड के रूप में चिह्नित करते हुए आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करें। सभी स्थानों पर बोर्ड लगाएं ताकि अस्पताल आने वाले मरीजों व स्वजनों को किसी प्रकार की असुविधा की सामना ना करना पड़े।
एक और द्वार का होगा निर्माण
सदर अस्पताल जाने के लिए एक और द्वार का निर्माण होगा। इसके लिए जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन और भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को समन्वय स्थापित कर कार्य कराने निर्देश दिया है। सिविल सर्जन ने आकस्मिक मरीजों के त्वरित चिकित्सा के लिए अस्पताल में प्रवेश के लिए एक अतिरिक्त द्वार बनाने का अनुरोध जिलाधिकारी से किया था। साथ ही मरीजों की सुविधा के लिए प्रथम तल तक आने के लिए एक अतिरिक्त रैम्पयुक्त सीढ़ी का निर्माण कराया जाएगा। अस्पताल परिसर के मुख्य भवन के प्रथम तल आने के लिए एक मात्र रास्ता सीढ़ी होने के कारण मरीजों को कठिनाई होती है।