बाढ़ पूर्व आपदा प्रबंधन की तैयारी में जुटा जिला प्रशासन
किशनगंज । मानसून के मिजाज को देखते बाढ़ पूर्व आपदा प्रबंधन की तैयारी में जिला प्रशासन जुट गया है।
किशनगंज । मानसून के मिजाज को देखते बाढ़ पूर्व आपदा प्रबंधन की तैयारी में जिला प्रशासन जुट गया है। पिछली बार की बाढ़ से सबक लेते हर ¨बदुओं पर चर्चा कर अधिकारियों को तैयार किया जा रहा है। ताकि इस बार बाढ़ की तैयारी में किसी तरह की चूक नहीं हो सके। शनिवार को आपदा को लेकर आयोजित टास्क फोर्स की बैठक में जिलाधिकारी महेन्द्र कुमार ने बाढ़ से पूर्व चल रही तैयारियों की समीक्षा करते कई आवश्यक निर्देश दिए। इन्होंने सभी विभागों की बारी बारी से समीक्षा करते विभाग के अधिकारी को टास्क सौंपा। बैठक से अनुपस्थित सिविल सर्जन डा. परशुराम प्रसाद व पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता विपुल नंदन से जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया। बैठक में तटबंधों की सुरक्षा, दवा, आश्रय स्थल, नाव की व्यवस्था, पशुचारा, संकटग्रस्त समुहों की पहचान सहित अन्य मुद्दों पर ¨बदुवार चर्चा की। सबसे पहले उन्होंने आपदा से प्रभावित समुदायों को चिन्हित करते सूची तैयार करने का निर्देश दिया। ताकि आपदा से पूर्व उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा सके। इसके लिए प्रभारी जिला आपदा पदाधिकारी को वर्तमान स्थिति पर रिपोर्ट तैयार करने को कहा। प्रखंडवार सरकारी व निजी नाव की सूची तैयार करने का निर्देश दिया। ताकि आपदा से पूर्व पर्याप्त संख्या में नाव की व्यवस्था की जा सके। इसके अलावा वर्षा मापक यंत्र को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। प्रखंडों में बननेवाले आश्रय स्थलों की सूची तैयार कर वहां सारी व्यवस्था मुहैया कराने को कहा। पशुपालन विभाग को पशुचारे की व्यवस्था व पशुओं के बचाव के लिए जरुरी दवाओं का इंतजाम करने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य विभाग को जीवन रक्षक दवाओं का स्टॉक करने, मोबाइल मेडिकल टीम का गठन करने सहित अन्य जरुरी उपाय करने को कहा। बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता को तटबंध पर सतत निगरानी का निर्देश दिया। साथ ही कटाव स्थलों पर कटाव निरोधी कार्य के लिए बालू भरे बैग सहित अन्य जरुरी इंतजाम करने का निर्देश दिया। साथ ही कटाव स्थलों पर कटाव निरोधी कार्य तेज करने को कहा। आरडब्लूडी के कार्यपालक अभियंता को भी क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मति कराने का निर्देश दिया। इसके अलावा इसके अलावा बाढ़ राहत के लिए पॉलीथिन शीट्स, सत्तू, गुड़, चुड़ा, शुद्ध पेय जल की व्यवस्था, जेनरेटर सेट, पेट्रोमेक्स, महाजाल की व्यवस्था, राज्य खाद्य निगम के गोदामो में खाद्यान्न की उपलब्धता एवं खाद्यान्न के भंडारण हेतु गोदामों की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया। लाईफ जैकेट, मोटरबोट के परिनियोजन की आकस्मिक व्यवस्था, नोडल पदाधिकारी एवं टास्क फोर्स का गठन, आपात कालीन संचालन केंद्र-सह नियंत्रण कक्ष, गोताखोरों का प्रशिक्षण, समुदाय का प्रशिक्षण, राहत एवं बचाव दल का गठन, आकस्मिक फसल योजना का सूत्रण को लेकर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए। इस दौरान बैठक में एडीएम रामजी साह, एसडीएम फिरोज अख्तर, जिला आपदा पदाधिकारी रमा शंकर, जिला अल्पसंख्यक पदाधिकारी राघवेंद्र कुमार दीपक, भू-अर्जन पदाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता सहित अन्य पदाधिकारी, बीडीओ मौजूद थे।