विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल निर्माण में डिजिटल साइन बना बाधक, सिस्टम में नहीं हो रहा अपलोड, निर्माण एजेंसी के चयन में विलंब
विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल के टेंडर के लिए छह एजेंसियों के तकनीकी बिड खोले जा चुके हैं। 14 से 15 दिसंबर तक फोर लेन पुल निर्माण करने वाली एजेंसी का चयन होना था लेकिन डिजिटल हस्ताक्षर अपलोड नहीं होने के कारण अब इसके चयन में विलंब हो रहा है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। सिस्टम में पदाधिकारियों के डिजिटल हस्ताक्षर लोड नहीं ले पा रहा है। इसकी वजह से गंगा नदी पर प्रस्तावित फोरलेन पुल के निर्माण एजेंसी के चयन नहीं सका है। अब नए साल में पुल निर्माण करने वाली एजेंसी का चयन होगा।
विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल के टेंडर का तकनीकी बिड खुल चुका है। तकनीकी बिड में सफल एजेंसी का वित्तीय बिड खोला जाना है, लेकिन पुल निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक, उप मुख्य अभियंता व वरीय परियोजना अभियंता का डिजिटल हस्ताक्षर सिस्टम में लोड नहीं ले पाने की स्थिति में वित्तीय बिड खोलने में परेशानी हो रही है, जबकि 14-15 दिसंबर को ही निर्माण एजेंसी करने वाली एजेंसी का चयन होना था।
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के वरीय परियोजना अभियंता डिजिटल हस्ताक्षर से संबंधित पीकेआइ (पब्लिक की इंफ्रास्ट्रक्चर) लेकर जल्द दिल्ली जाएंगे। विभागीय अधिकारियों के अनुसार डिजिटल हस्ताक्षर हर किसी का अलग-अलग बनता है। एक बार बनाने पर उसे आगे बनाए रखने के लिए फिर नया पीकेआइ किया जाता है। समय पर नहीं खोलने के कारण पीकेआइ का डाटा खत्म हो गया होगा जिसके कारण सिस्टम में पदाधिकारियों के डिजिटल हस्ताक्षर लोड नहीं हो रहा है। नया पीकेआइ लोड करने पर सिस्टम में डिजिटल हस्ताक्षर के सत्यापन किया जाएगा। हस्ताक्षर के सत्यापित होते ही वित्तीय बिड खुल जाएगा।
19 सितंबर को समानांतर पुल के टेंडर की तकनीकी बिड खोली गई थी। एबीएल, एलएंडटी, एफटोन, एसपी सिंगला, ङ्क्षहदुस्तान कंस्ट्रक्शन, गैमन इंडिया व नागार्जुन में छह एजेंसियां तकनीकी बिड में सफल हुई हैं। अगले साल मार्च में पुल निर्माण कार्य शुरू होगा।
4.455 किलोमीटर लंबे इस पुल का निर्माण बरारी श्मशान घाट की ओर से होना है। 1110.23 करोड़ की लागत से बनने वाले इस पुल का निर्माण विक्रमशिला सेतु से 50 मीटर दूर होगा। इस परियोजना को चार साल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 68 पाए वाले इस पुल के दोनों ओर फुटपाथ रहेगी। गंगा नदी पर 120 मीटर का स्पेन बनेगा। नवगछिया की ओर 875 मीटर और भागलपुर की ओर 987 मीटर पहुंच पथ बनना है।
तकनीकी दिक्कतों के कारण वित्तीय बिड नहीं खोला जा सका है। नए साल के प्रथम सप्ताह में पुल बनाने वाली एजेंसी का चयन हो पाएगा। -राम सुरेश राय, वरीय परियोजना अभियंता, पुल निर्माण निगम, भागलपुर।