'तुम थाने में शिकायत करोगी? जाओ, वहां के थानेदार का मैं सीनियर हूं'
बिहार के एक पुलिस अधिकारी ने अपनी वर्दी के साथ पारिवारिक रिश्ते को भी शर्मसार कर दिया। बहुत पावर आने की धौंस दे डीएसपी लड़की को परेशान करता था। वह कहता था कि मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा। तुम समर्पण करो इसी में भला है।
भागलपुर, जेएनएन। निलंबित डीएसपी जेल की सलाखों में गया तो बैंक अधिकारी पीडि़त लड़की को काफी सुकून मिला होगा। डीएसपी सामेश मिश्रा उसे फोन कर-करके परेशान कर रखा था। इतनी मानसिक प्रताडऩा दे रखी थी कि किसी दूसरे का भी काल मोबाइल पर आता तो वह घबरा उठती थी। डीएसपी उसे धमकी देता था कि तुम उसके समक्ष समर्पण कर दो। इसी में भला है। वरना उसके पूरे परिवार को नुकसान पहुंचाते रहेंगे। हमें बहुत पावर आ गया है। तुम मेरा कुछ बिगाड़ नहीं सकोगी। तुम क्या करोगी तातारपुर थाने में रपट लिखाने जाओगी? वहां के थानेदार का मैं सीनियर हूं। मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा। तुम परेशान हो जाओगी।
पीडि़ता बैंक अधिकारी मानसिक रूप से काफी परेशान थी। मजबूर थी कि उसके पास उसकी वीडियो थी जिसके कारण वह सहम जाती थी। लेकिन कहते हैं ना जब बर्दाश्त की इंतहा पार हो गई तो उसके सब्र का भी बांध टूट गया। उसने ई-मेल से डीएसपी सोमेश के राजगीर स्थित पुलिस अकादमी को मेल कर उसकी सारी करतूतों की जानकारी दे डाली। वहां के उप निदेशक परवेज अख्तर और वहां की यौन शोषण समिति सदस्य माया गुप्ता ने स्थिति की गंभीरता को देख पीडि़ता को अपना बयान दर्ज कराने का समय तय कर दिया। दोनों पदाधिकारियों के समक्ष बयान कर डीएसपी सोमेश की करतूतों को उजागर करते हुए पीडि़ता ने उसे नंगा कर दिया।
पीडि़ता को उसके पति ने भी पूरी ताकत से साथ दिया। उसकी हौसला आफजाई किया कि उस ब्लैकमेलर डीएसपी की करतूतों को उजागर करो ताकि समाज में और कोई लड़की इस तरह परेशान ना हो। हुआ भी वही। पीडि़ता ने सबकुछ उजागर कर दिया। किस तरह डीएसपी उसे परेशान करने कोलकाता भी पहुंच गया। बैंक में प्रवेश कर डीएसपी के पावर का धौंस जमाया। उसके पैरेंट्स को कार से कुचलने की कोशिश की। कहा अगर बात नहीं माने तो इसी तरह पूरे परिवार को नुकसान पहुंचा दूंगा। राजगीर स्थित पुलिस अकादमी में बयान दर्ज कराने पर तिलमिलाए सोमेश ने ट्रांसजेंडर जैसी हरकत बताते हुए देख लेने की धमकी दी थी।