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25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी, जानिए इसके बाद किस दिन है विवाह के लिए शुभ दिन

इस बार 25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी है। इसके बाद नवंबर और दिसंबर माह में सात शुभ मुहूर्त है। एकादशी तिथि का आरंभ 25 नवंबर को 242 बजे से आरंभ होगा जिसका समापन 26 दिसंबर को सुबह 510 बजे तक रहेगा।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 04:22 PM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 04:22 PM (IST)
25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी, जानिए इसके बाद किस दिन है विवाह के लिए शुभ दिन
एकादशी तिथि का आरंभ 25 नवंबर को 2:42 बजे से आरंभ होगा।

जमुई, जेएनएन। पांच माह के लंबे अंतराल के बाद शहर में फिर से ढोल बजेंगे और शहनाई की गूंज सुनाई पड़ेगी। आगामी 25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के बाद से मांगलिक कार्य शुरु हो जाएंगे। नवंबर और दिसंबर माह में सात शुभ मुहूर्त है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष एकादशी 25 नवंबर को भगवान विष्णु का शयनकाल समाप्त हो जाएगा, जिसे देवोत्थान एकादशी के नाम से जाना जाता है। एकादशी तिथि का आरंभ 25 नवंबर को 2:42 बजे से आरंभ होगा, जिसका समापन 26 दिसंबर को सुबह 5:10 बजे तक रहेगा।

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एकादशी से शुरु होंगे मांगलिक कार्य

एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। इस दिन से शादी, मुंडन, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य प्रारंभ होंगे। पंडित शत्रुद्यन आचार्य के अनुसार नवंबर में शादी के दो लग्न हैं 25 और 30 तारीख को जबकि दिसबंर में 1,7,8,9 तथा 11 तारीख को लग्न हैं। उन्होंने बताया कि कोराना महामारी को लेकर कई लोगों ने अपनी शादियां टाल दी थी। अब सरकार के गाइड लाइन के अनुसार सामाजिक कार्य शुरु होंगे लेकिन एहतियात बरतनी होगी। ज्ञात होकि इस बार कोरोना के कारण भी लोगों ने शादी विवाह सहित अन्‍य मांगलिक कार्यों को स्‍थगित कर दिया था। 

मैरिज हॉल की बुकिंग शुरु

शादी-विवाह को लेकर शहर स्थित मैरिज हॉल की बुङ्क्षकग शुरु हो गई है। इसके लिए संचालकों को एडवांस भी दिया जा रहा है। शिल्पा विवाह भवन के प्रोपराइटर ने बताया कि अभी तक छह बुङ्क्षकग हो चुकी है। इधर, केटरर सिंटू कुमार ने बताया कि एडवांस में आर्डर है। वे अपने कर्मियों की मदद से आधा दर्जन शुभ मुहूर्त में लोगों को खिलाने-पिलाने का काम करेंगे।

इन तारीखों में विवाह के शुभ मुहूर्त

25 नवंबर- बुधवार- देवोत्थान एकादशी

30 नवंबर- सोमवार- कार्तिक पूर्णिमा

1 दिसंबर- मंगलवार- अगहन मास कृष्ण प्रतिपदा

7 दिसंबर- सोमवार- अगहन मास कृष्ण प्रतिपदा

8 दिसंबर- मंगलवार- अगहन मास कृष्ण अष्टमी

9 दिसंबर- बुधवार- अगहन मास कृष्ण नवमी

11 दिसंबर-शुक्रवार-अगहन मास कृष्ण एकादशी


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