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मेधा साफ्ट पोर्टल पर दर्ज होगा सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के बच्चों का ब्योरा, सुपौल में तैयारी शुरू

अब सरकारी और निजी स्‍कूलों के बच्‍चों का ब्‍योरा मेधा मेधा साफ्ट पोर्टल पर दर्ज होगा। इसका काम इसी सत्र से शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी डीईओ को निर्देश जारी कर दिया गया है। सुपौल में इसको लेकर काम...!

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 05:38 PM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 05:38 PM (IST)
मेधा साफ्ट पोर्टल पर दर्ज होगा सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के बच्चों का ब्योरा, सुपौल में तैयारी शुरू
अब सरकारी और निजी स्‍कूलों के बच्‍चों का ब्‍योरा मेधा मेधा साफ्ट पोर्टल पर दर्ज होगा।

जागरण संवाददाता, सुपौल। शैक्षणिक सत्र 2021-22 में सरकारी और गैर सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में नामांकित बच्चों का मेधा साफ्ट पोर्टल पर आनलाइन इंट्री 20 सितंबर से शुरू हो जाएगी जो एक माह तक चलेगी। इसको लेकर शिक्षा विभाग के विशेष सचिव सह नोडल पदाधिकारी जेबीटी के मनोज कुमार ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश जारी किया है। जारी निर्देश के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी प्रधान को समय से काम कर लेने को कहा है।

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सचिव ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के कारण विद्यालयों में नामांकित बच्चों को वर्गोन्नति दी जा चुकी है। शैक्षणिक सत्र 2021-22 में यदि किसी विद्यार्थी द्वारा विद्यालय परिवर्तित किया गया है या किसी विद्यालय के किसी भी कक्षा में नया नामांकन हुआ है तो उसकी इंट्री मेघा साफ्ट पोर्टल में आवश्यक सूचनाओं के साथ जैसे कि बैंक खाता, आधार संख्या के साथ किया जाना अनिवार्य है। यह कार्य संबंधित विद्यालय के प्रधान की जिम्मेवारी होगी। एक ही बच्चा इंट्री से छूटे नहीं इसके अलावा बच्चों के पुराने रिकार्ड में आवश्यकतानुसार सुधार का भी प्रावधान किया गया है।

मेधा साफ्ट के माध्यम से भी मिल सकता है विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र

विभाग ने पहली दफा ऐसी व्यवस्था की है कि अब बच्चे मेधा साफ्ट के माध्यम से भी विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। सचिव ने कहा है कि यदि किसी विद्यार्थी को एक विद्यालय से नाम हटाकर दूसरे विद्यालय में नामांकन करना है तो इसके लिए संबंधित छात्र-छात्राओं को मेधा साफ्ट के माध्यम से ही विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र दिया जा सकता है। इसके आधार पर संबंधित छात्र-छात्रा किसी अन्य विद्यालय में नामांकन ले सकेंगे।

अधिकारियों की तय की गई है जिम्मेदारी

मेधा साफ्ट में शत-प्रतिशत बच्चों का नाम इंट्री करने के लिए जिला स्तर पर नियुक्त पदाधिकारियों को दायित्व सौंपा गया है जहां जिला शिक्षा पदाधिकारी इस प्रक्रिया का अनुसरण करेंगे वहीं समग्र शिक्षा अभियान तथा माध्यमिक शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी क्रमश: प्रारंभिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के नोडल पदाधिकारी नामित किए गए हैं।

क्या है मेधा साफ्ट

दरअसल इस व्यवस्था में हर स्कूल में नामांकित बच्चों का संग्रह शामिल होता है। इसी के आधार पर इस बात का आकलन किया जाता है कि कितने बच्चे विद्यालय से जुड़े हैं और कितने बच्चे विद्यालय से बाहर हैं। इसके अलावा सरकार द्वारा बच्चों को योजनाओं का भी लाभ दिया जाता है।  


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