22 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा, शहर में 15 घंटे भी बिजली नहीं Bhagalpur News
भागलपुर जिले में बीते एक माह से बिजली आपूर्ति व्यवस्था बदहाल है। इसमें सुधार के नाम पर शहर के उन हिस्सों में 16 से 20 घंटे तक बिजली आपूर्ति की जा रही है
भागलपुर [जेएनएन]। शहरी और ग्रामीण इलाके में बीते एक माह से बिजली आपूर्ति व्यवस्था बदहाल है। इसमें सुधार के नाम पर शहर के उन हिस्सों में 16 से 20 घंटे तक बिजली आपूर्ति की जा रही है जहां प्रभावशाली पदाधिकारियों और महत्वपूर्ण लोगों के आवासीय क्षेत्र हैं।
तिलकामांझी स्थित डॉक्टर्स कॉलोनी, डीएम आवासीय क्षेत्र, खंजरपुर झौआ कोठी क्षेत्र, पुलिस केंद्र- शिव भवन कैंपस, डीवीसी कॉलोनी, सीएस कैंपस एरिया, खलीफाबाग, गौशाला रोड, रेडक्रास रोड, बरारी, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, कंपनीबाग, लाल बाग आदि क्षेत्र में बिजली आपूर्ति 20 घंटे तक हो रही है। जबकि शेष शहरी क्षेत्र में भीखनपुर, मुंदीचक, मिरजान, अलीगंज, आदमपुर, हनुमान नगर, घंटाघर, मशाकचक, नया बाजार, बूढ़ानाथ, इशाकचक, शिवपुरी, जवारीपुर, तुलसीनगर, आनंदगढ़, गंगा बिहार, ज्योति विहार, मीराचक, जीरोमाइल, साहेबगंज, कोयला घाट, किला घाट, सराय, मंदरोजा, विक्रमशिला कॉलोनी, उर्दू बाजार, आशानंदपुर, जब्बारचक, तातारपुर आदि क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति में रोज चार- से पांच घंटे तक की कटौती की जा रही है। इन इलाकों में ट्रिप की समस्या भी लोगों को परेशान कर रही है।
हबीबपुर, कजरैली, अलीगंज, सबौर गौराडीह, जगदीशपुर में ज्यादा परेशानी
बिजली आपूर्ति व्यवस्था की सबसे ज्यादा लचर स्थिति ग्रामीण क्षेत्र की है। कजरैली, सबौर ग्रामीण, अलीगंज, गौराडीह, जगदीशपुर फीडर क्षेत्र में रोज घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। एक तो वहां फीडर के बीच की दूरी काफी है जहां से दूसरे फीडर तक 11 हजार वोल्ट के तार दौड़ाए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्र में एक फीडर से दूसरे फीडर के बीच की लंबी दूरी में कब कहां तार टूट कर गिर जाता है मोबाइल दस्ते को कई घंटों बाद इसकी जानकारी मिलती है।
पेड़ की डाली टूटकर गिरने की शिकायत आम है। जिसका पता करने में विभागीय टीम घंटों लगा देती है। नतीजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है। कजरैली, हबीबपुर, गोराडीह, अलीगंज, जगदीशपुर फीडर क्षेत्र के लोगों को रोज पांच-छह घंटे की बिजली कटौती का दंश झेलना पड़ता है। यही स्थिति फीडर से जुड़े पीएसएस सेंटर की है। नूरपुर, दरियापुर, रामपुर क्षेत्र में तो लोगों को लोकल फाल्ट के कारण दस घंटे तक ही बिजली नसीब हो रही है।
बिजली तार की चपेट में आकर मर रहे लोग
शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में जर्जर बिजली तार के टूट कर गिरने से उसकी चपेट में आकर लोग मर रहे हैं। बीते दो माह में आठ लोग इसके शिकार हो चुके हैं। इनमें विभागीय मिस्त्री, मानव बल और नागरिक शामिल हैं। बिजली विभाग के आला अधिकारियों ने जुलाई में विभागीय मिस्त्री और मानव बलों के लिए अलर्ट जारी कर दिया कि बिना सारे बचाव संसाधनों के ट्रांसफार्मर पर नहीं चढ़ें। ना ही किसी तरह के बिजली तार जोडऩे या काटने का काम करें, लेकिन आम लोगों के बचाव के लिए जर्जर तारों को बदलने का काम अभी भी पूरा नहीं किया जा सका। जहां हादसे के बाद विरोध प्रदर्शन होता है वहां आनन-फानन में तार बदल दिए जाते हैं। बीते सप्ताह हबीबपुर क्षेत्र में एक बच्ची की तार की चपेट में आकर झुलसने के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए वहां बिजली के तार तत्काल बदल दिए गए। शहरी क्षेत्र के सात पीएसएस और ग्रामीण के आठ पीएसएस से बिजली की कटौती का खेल लोकल फाल्ट के नाम पर करते हुए वीवीआइपी क्षेत्र में निर्बाध आपूर्ति की जाती है।
कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता ने कहा कि बिजली की आपूर्ति 22 घंटे दी जा रही है। शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति ठीक-ठाक है, लोकल फाल्ट की स्थिति में उसे दुरुस्त कर फिर आपूर्ति सामान्य करा दी जाती है। ट्रिप की समस्या पर शीघ्र काबू पा लिया जाएगा।
एसडीओ दीपक कुमार ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति निर्बाध बनाने के लिए कजरैली आपूर्ति क्षेत्र में तीन उप केंद्रों को बनाने की तैयारी है। फिलहाल फीडरों की दूरी अधिक होने के कारण रोज कहीं ना कहीं तार टूटने की शिकायतें मिलती है। जिसे समय रहते दुरूस्त कर दिया जाता है।
बिजली आपूर्ति की बदहाल व्यवस्था अधिकारियों की लापरवाही
बिजली की आपूर्ति व्यवस्था बदहाल होने का बाजार के कारोबार पर भी बुरा प्रभाव छोडऩे लगा है। जरा सी बारिश हुई नहीं कि बिजली घंटों काट ली जाती है। विभाग विल लेने में आगे है, सुविधा देने में पीछे। - शैलेंद्र सर्राफ, पूर्व चेंबर ऑफ कामर्स अध्यक्ष, भागलपुर।
मेंटेनेंस का बहाना बना रोज शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की कटौती की जा रही है। जब भी आपूर्ति में बाधा आती और शिकायत की जाती तो अधिकारी केवल झूठ बोल उपभोक्ताओं को ठग रहे हैं। कभी किसी की शिकायतें दूर नहीं होती। - प्रकाश चंद्र गुप्ता, संयोजक, बिजली संघर्ष समिति
ट्रिप की समस्या लोगों को बीते एक माह से परेशानी में डाल रखा है। ट्रिप पर विभागीय अधिकारी काबू करने में अबतक सफल नहीं हुए हैं। लोकल फाल्ट की समस्या भी रोज सामने आ रही है। - रमण कर्ण, नागरिक विकास समिति।
बिजली का मसला आम जीवन से जुड़ा है। जब हम बिल देते हैं तो उस अनुरूप हमें सुविधाएं भी मिले पर ऐसा हो नहीं रहा है। सुविधा के बदले बिजली विभाग लोगों को परेशानी में डाल रखा है। आपूर्ति व्यवस्था और ट्रिप की समस्या शीघ्र दूर नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन होगा। - राजेश वर्मा, उपमहापौर, भागलपुर नगर निगम।
लोगों को निर्बाध बिजली मिले। सरकार घर-घर बिजली पहुंचाने का वायदा पूरा कर चुकी है लेकिन अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। - संतोष कुमार, पूर्व वार्ड पार्षद