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भागलपुर में गहराया बिजली संकट : तीखी धूप बर्दाश्त नहीं कर पा रहा जर्जर तार और ट्रांसफार्मर

उपभोक्ताओं की संख्या तो बढ़ी लेकिन विद्युत उपकेंद्र की व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई। ब्रेकर पैनल समेत अन्य विद्युत उपकरण नहीं बदले गए व न पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई गई।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 14 May 2019 10:25 AM (IST)Updated: Tue, 14 May 2019 03:38 PM (IST)
भागलपुर में गहराया बिजली संकट :  तीखी धूप बर्दाश्त नहीं कर पा रहा जर्जर तार और ट्रांसफार्मर
भागलपुर में गहराया बिजली संकट : तीखी धूप बर्दाश्त नहीं कर पा रहा जर्जर तार और ट्रांसफार्मर

भागलपुर [जेएनएन]। तीखी धूप जर्जर तार और उपकेंद्रों के पावर ट्रांसफार्मर बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है। इसके कारण ट्रिपिंग की समस्या खड़ी हो रही है। इससे बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है। लो वोल्टेज की गंभीर समस्या है। जबकि सबौर ग्रिड को नियमित रूप से पर्याप्त 80 मेगावाट बिजली मिल रही है। ग्रिड द्वारा निर्बाध रूप से सभी फीडरों को खपत के मुताबिक बिजली वितरित करने के बावजूद घंटों बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है।

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उपभोक्ताओं की संख्या तो बढ़ी लेकिन विद्युत उपकेंद्र की व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई। पुराने ब्रेकर, पैनल समेत अन्य विद्युत उपकरण नहीं बदले गए और नहीं पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई गई। जिस उपकेंद्र में 35 से 40 एमवी ट्रांसफार्मर की जरूरत है वहां 20 और 25 एमवी ट्रांसफार्मर से काम चलाया जा रहा है। लोड के हिसाब से ट्रांसफार्मरों की क्षमता नहीं बढ़ाने की वजह से गर्मी में ट्रांसफार्मर गर्म हो जाता है। इसकी वजह से ट्रिपिंग की समस्या खड़ी हो रही है। ट्रांसफार्मर को ठंडा करने के लिए दो से तीन घंटे फीडरों को बंद किया जा रहा है। बार-बार ट्रिपिंग के कारण भी दो से तीन घंटे बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है।

यही नहीं लोड बढऩे से जर्जर तार गर्म होने से टूटकर गिर रहा है। तारों के टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है। एक सप्ताह पूर्व नाथनगर चौक के पास एनएच-80 पर 11 हजार वोल्ट तार टूटकर गिरने से दो घंटे बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी। इसके पूर्व हबीबपुर के पास एलटी तार टूटने से तीन घंटे आपूर्ति बाधित रही थी। 11 अप्रैल को तार टूटकर गिरने से करंट की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई थी। घंटों बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई।

सिविल सर्जन उपकेंद्र में कम से कम 35 एमवीए ट्रांसफार्मर की जरूरत है। लेकिन इस उपकेंद्र में बीस एमवीए के ट्रांसफार्मर है। गर्मी में काफी लोड बढऩे से लोड शेडिंग की जाती है। ट्रांसफार्मर को ठंडा करने के लिए फीडरों को बंद कर आपूर्ति बाधित की जाती है। यही स्थिति अलीगंज, बरारी, मायागंज, टीटीसी, जेल उपकेंद्र की है। दस एमवी के ट्रांसफार्मर पर विक्रमशिला और कजरैली फीडर का लोड है। काफी लोड होने के कारण तीन से चार घंटे बिजली आपूर्ति बंद की जाती है।

हालांकि यहां एक और पांच एमवी का ट्रांसफार्मर लगाने की योजना है। विक्रमशिला फीडर को इससे जोड़ा जाएगा। वहीं दस एमवीए के ट्रांसफार्मर पर कजरैली फीडर का लोड दिया जाएगा। दोनों फीडर का लोड अलग-अलग ट्रांसफार्मर पर देने के बाद इन फीडरों से जुड़े क्षेत्रों में काफी हदतक आपूर्ति में सुधार का विभाग दावा कर रही है। वहीं जेल फीडर में भी एक और दस एमवी का ट्रांसफार्मर लगेगा। वर्तमान में पांच और तीन एमवी का एक-एक ट्रांसफार्मर लगा है।

मोजाहिदपुर पावर स्टेशन में अभी दस एमवी का ट्रांसफार्मर है। जिस पर काफी लोड है। इससे बिजली आपूर्ति की समस्या खड़ी हो रही है। इस समस्या के समाधान के लिए दस एमवी का एक और ट्रांसफार्मर लगाने की योजना है। ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने के बाद मिरजानहाट फीडर को भी मोजाहिदपुर पावर स्टेशन से जोड़ दिया जाएगा।

विभागीय अधिकारियों के अनुसार मौसम का तापमान से दोगुने ज्यादा तापमान पावर ट्रांसफार्मर का हो जाता है। 40 डिग्री सेल्सियस तापमान में तार और ट्रांसफार्मर का तापमान 80 डिग्री हो जाता है। तेज जर्जर तार होने के कारण तेज धूप में तार गर्म होने से टूट रहा है।

सभी ट्रांसफार्मरों में एबी स्वीच लगाया गया है। लोड के हिसाब समायोजित किया गया है। उससे अधिक लोड बढऩे से ट्रिपिंग होती है। ज्यादा गर्म होने पर बंद नहीं करने से ट्रांसफार्मर जल सकता है। इसलिए जब तक फीडरों के लोड के हिसाब से ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने और पुराने तारों को बदलने के बाद ही बिजली आपूर्ति की समस्या का समाधान हो पाएगा। लो वोल्टेज की समस्या का भी निदान होगा।

सात घंटे में टूटे तार की मरम्मत तो 14 घंटे में ठीक हुआ फेज
बिजली विभाग की लचर व्यवस्था के कारण इशाकचक शिवपुरी कॉलोनी और सिकंदरपुर कोवीबाड़ी के लोगों को सोमवार को बिजली और पानी संकट झेलना पड़ा। इधर, कचहरी चौक औैर प्रधान डाकघर के बीच स्थित एक होटल के पास स्थित ट्रांसफार्मर में आग लग गई थी। इसके कारण अफरा-तफरी मच गई थी। काफी मशक्कत के बाद लोगों ने आग पर काबू पाया। आग लगने के कारण उक्त ट्रांसफार्मर से जुड़े उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी।


शिवपुरी कॉलोनी में दोपहर तीन बजे जर्जर तार टूटकर गिर गया। इस रास्ते से गुजर रहे कई लोग करंट की चपेट में आने से बाल-बाल बचे। कॉलोनी के लोगों ने मोजाहिदपुर कंज्यूमर केयर में तार टूटने की शिकायत दर्ज कराई। तार की जल्द मरम्मत कराने के बजाय उपभोक्ताओं की शिकायत को नजरअंदाज कर दिया गया। कई बार फोन करने पर सात घंटे बाद रात साढ़े दस बजे विभागीय अधिकारी लाइनमेन के साथ शिवपुरी कॉलोनी पहुंचे और तार की मरम्मत कराई गई। तार की मरम्मत के लिए डेढ़ घंटे मिरजानहाट फीडर को बंद रखा गया। इधर, सिकंदरपुर पानी टंकी के पास स्थित ट्रांसफार्मर का एक फेज सुबह नौ बजे खराब हो गया।

इसकी वजह से कोवीबाड़ी के उपभोक्ताओं की आपूर्ति बाधित हो गई। उपभोक्ताओं ने कंज्यूमर केयर में शिकायत दर्ज कराई। लेकिन इनकी शिकायत को भी नजरअंदाज कर दिया गया। दोपहर तीन बजे जब फिर फोन किया गया तो कंज्यूमर केयर के कर्मियों द्वारा उपभोक्ताओं को यह कहकर गुमराह किया गया कि शिवपुरी कॉलोनी में तार टूटकर गिर गया है। सभी लाइनमेन तार की मरम्मत में लगे हुए हैं। तार की मरम्मत के बाद फेज ठीक होगा। 15 घंटे बाद रात 11 बजे फेज ठीक कराई गई। भीषण गर्मी में घंटों बिजली आपूर्ति बाधित होने से उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पानी संकट झेलना पड़ा।

माउंट कार्मेल स्कूल से डीवीसी तक जून में बिछेगी अंडरग्राउंड 33 केवी लाइन
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, भागलपुर आपूर्ति क्षेत्र के कार्यपालक अभियंता (शहरी) संजीव कुमार के अनुसार वन विभाग के अधिकारियों द्वारा पेड़ों की टहनी काटने से मना किया जाता है। इसलिए इस समस्या के समाधान के लिए माउंट कार्मेल स्कूल से विद्युत कार्यालय (डीवीसी) तक 33 हजार वोल्ट तार अंडरग्राउंड बिछेगा। इंटीग्रेटेड पावर डवलपमेंट स्कीम के तहत 33 व 11 हजार वोल्ट और एलटी तारों को बदलने का काम होगा। छह और उपकेंद्रों का निर्माण होगा। ठेका टाटा प्रोजेक्ट को मिला है। माउंट कार्मेल स्कूल से डीवीसी तक जून में अंडरग्राउंड तार बिछाने का काम शुरू होगा। एक सप्ताह में काम पूरा होगा। सिविल सर्जन उपकेंद्र की नई लाइन का काम चल रहा है। सबौर ग्रिड से सीएस उपकेंद्र के बीच 33 हजार वोल्ट तार खींचने का काम लेजर पावर कर रही है। मोजाहिदपुर पावर स्टेशन में जल्द एक और दस एमवीए का ट्रांसफार्मर लगेगा। मिरजानहाट फीडर को इससे जोड़ा जाएगा। अन्य उपकेंद्रों में भी पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई जाएगी।

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