इलाज के दौरान जेल में बंद जदयू विधायक के रिश्तेदार की मौत, परिजनों ने किया हंगामा
जेल में बंद कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना के विरोध में परिजनों ने सड़क जाम कर घंटो हंगामा किया। जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये।
खगड़िया [जेएनएन]। शत्रुघ्न मुखिया हत्याकांड में सजावार बंदी 58 वर्षीय बीर सिंह की मौत गुरुवार की सुबह हो गई। वे करीब सात सालों से जेल में बंद थे। वे जिले के महेशखूंट थाना क्षेत्र स्थित चंडी टोला, बन्नी के
रहने वाले थे। मौत की खबर सुनते ही उनके ग्रामीण और शुभचिंतकों की भीड़ सदर अस्पताल में जुट गई।
मालूम हो कि बीर सिंह बेलदौर के जदयू विधायक पन्नालाल सिंह पटेल के समधी थे। इधर, इस मामले में विधायक ने किसी भी प्रकार की टिप्पणी से इंकार किया है।
इधर, मृतक के भतीजा नीरज सिंह ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि दो दिन पहले उनके चाचा ने शिकायत की थी, कि, उनके सीना में दर्द है। बावजूद जेल प्रशासन ने प्रक्रियाओं में मामले को उलझा कर रखा और मरने के बाद सदर अस्पताल भेज दिया।
परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन समय रहते उपचार की त्वरित प्रक्रिया अपनाती तो बीर सिंह की मौत नहीं होती। इधर, बीर सिंह की मौत बाद ग्रामीणों ने चंडी टोला-बन्नी के पास एनएच-31 को जमा कर दिया। ग्रामीण जेलर पर हत्या की मुकदमा दायर करने की मांग कर रहे हैं।
इस मामले पर खगडि़या सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि उक्त बंदी को गंभीर हालत में गुरुवार की सुबह 6 बजकर 14 मिनट में खगड़िया जेल प्रशासन द्वारा सदर अस्पताल लाया गया। बंदी को भर्ती किया गया। कुछ देर बाद ही बंदी ने दम तोड़ दिया।
वहीं, खगडि़या सदर एसडीओ सह प्रभारी जेल अधीक्षक मनेश कुमार मीना ने कहा कि उक्त बंदी पहले से बीमार था। कानूनी प्रक्रिया पूरी करने बाद उसे अस्पताल उपचार को लाया गया। जहां उसकी मौत हो गई।