कोरोना काल में मजदूर और बीपीएल परिवारों के साथ डीलर ने की धोखाधड़ी
कोरोना काल में मजदूर और बीपीएल परिवारों के बीच काफी संकट है। इसके बावजूद जन वितरण प्रणाली दुकानदार इन लोगों के साथ हकमारी कर रही है। उपभोक्ताओं का कहना है कि यहां कम अनाज मिल रहा है। जिससे परेशानी हो रही है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। कोरोना काल में मजदूर और बीपीएल परिवारों से जुड़े लोगों के सामने जहां राशन की भीषण समस्या हो गई है। गरीब दो शाम की चूल्हा जलाने के जद्दोजहद से जूझ रहे हैं। वहीं, सरकार गरीबों को सस्ते दर पर अनाज देने की व्यवस्था में डीलर सेंधमारी कर रहे हैं। अनाज कम दे रहे हैं। हद तो यहां तक है कि उपभोक्ता के सामने में शिकायत करने के बाद भी अधिकारी डीलर के ही पक्ष में बोलते हैं।
रजनदीपुर पंचायत के जन वितरण विक्रेता प्रदीप गोस्वामी द्वारा उपभोक्ताओं को प्रत्येक कार्ड पर दो किलो आनाज कम दिया जा रहा है। इसकी शिकायत उपभोक्ता निर्मल कुमार ने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सबौर के अंजनी कुमार को किया गया। रविवार को अधिकारी डीलर के घर पर उपभोक्ता के शिकायत पर जांच के लिए पहुंचे। उपभोक्ताओं को बुलाया गया और सामने में पूछा गया तो उसने स्पष्ट कहा कि मुझे प्रत्येक माह दो किलो अनाज कम दिया जाता है।
उसके बाद अधिकारी ने एक रिपोर्ट कागज पर बनाकर लिखा की जांच किया गया और किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली। उपभोक्ता निर्मल कुमार पर बिफरे और हस्ताक्षर करने की बात कही। उपभोक्ता ने स्पष्ट कहा कि मुझे शिकायत है तो फिर मैं इस कागज पर कैसे हस्ताक्षर कर सकता हूं। उसके बाद अधिकारी डीलर के घर से यह कहते हुए चले गए कि कहीं कोई शिकायत नहीं है।
सनद हो कि उक्त डीलर के पास 476 से कार्ड धारी हैं। तकरीबन 10 क्वींटल खाद्यान्न अधिकारी की देखरेख में प्रत्येक माह डीलर कालाबाजारी कर रहा है। यह तो एक वानगी है। प्रखंड क्षेत्र में कमोवेश यही स्थिति हैं। उधर सरधो पंचायत की मुखिया माला देवी कहती हैं कि प्रखंड से लेकर जिला तक कई बार उपभोक्ताओं ने डीलर के खिलाफ आवेदन दिया लेकिन कुछ नहीं होता है। डीलर के मनमानी से पंचायत के उपभोक्ता त्रस्त हैं। प्रमुख अभय कुमार, उप प्रमुख बहूरन मंडल संयुक्त रूप से कहते हैं कि डीलरों की शिकायत अक्सर क्षेत्र से आती है। अधिकारी को भी कहा जाता है। लेकिन अधिकारी के मिलीभगत के कारण सुधार नहीं हो पाता है।
रजंदीपुर पंचायत में डीलर का जांच करने गया था। कहीं कोई शिकायत नहीं मिली। - अंजनी कुमार, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सबौर।