Cyber Crime: ऐसे मैसेज या फोन काल से रहें सावधान, ये आपको कर सकते हैं कंगाल! ध्यान से पढ़ें किशनगंज एसपी के दिए सुझाव
Cyber Crime (साइबर क्राइम) को लेकर पुलिस प्रशासन लगातार लोगों को जागरूक कर रहा है। साइबर क्राइम से सतर्कता को लेकर किशनगंज एसपी कुमार आशीष ने कई बिंदुओं से लोगों को रूबरू करवाया है। उन्होंने अपील की है कि सभी सावधान रहें और दूसरों को भी करें। पढ़ें पूरी खबर...
ऑनलाइन डेस्क, भागलपुर। वेब की बढ़ती उपयोगिता के साथ साइबर क्राइम (Cyber Crime) में तेजी से वृद्धि देखने को मिली है। ऐसे में पुलिस प्रशासन लगातार लोगों को सावधान कर रहा है। बिहार में साइबर क्राइम की रोकथाम हेतु जन-जागरूकता की जा रही है। इसी क्रम में किशनगंज पुलिस द्वारा भी लोगों को साइबर क्राइम से बचाने के लिए कई दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। किशनगंज एसपी कुमार आशीष ने इन दिशा निर्देशों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
एसपी कुमार आशीष ने कहा कि लोगों को सावधान रहना चाहिए। आज के समय में कोरोना वैक्सीन, धार्मिक ट्रस्ट-फाउंडेशन, चैरिटी के नाम पर धोखाधड़ी की सम्भावना बढ़ रही है। जालसाज व्यक्ति कोविड-19 से संबन्धित विभिन्न संस्थाओं, संगठनों यथा गवर्नमेंट एजेंसीज, धार्मिक ट्रस्ट, फाउंडेशन आदि की नकल कर सकते हैं।
ये जालसाज लोग अपने आप को गवर्नमेंट रेवेन्यू अथॉरिटीज के अधिकारी, प्रतिनिधि या हेल्थ केयर वर्कर या हेल्थ केयर ग्रुप, संस्था के प्रतिनिधि के रूप में प्रस्तुत करते हुए इस प्रकार सन्देश भेज सकते हैं जैसे कि ये किसी सरकारी, हेल्थ केयर या अन्य किसी कानून सम्मत संस्था से आया हुआ प्रतीत हो। इससे आपसे किसी प्रकार के दान, चैरिटी या कोविड-19 के नाम पर रिलीफ, केयर फंड या फाउंडेशन में भुगतान प्राप्त करने की अपेक्षा पेशकश की गयी हो।
साइबर क्राइम (Cyber Crime) से बचने के उपाय
- एसएमएस, ईमेल या सोशल मीडिया द्वारा प्राप्त अनजान एटेचमेंट को डाउनलोड न करें
- अनजान लिंक क्लिक न करें, इनके द्वारा आपकी पर्सनल या वित्तीय, फाइनेंसियल सूचना चुराई जा सकती है। और तो और इनके द्वारा आपके मोबाइल, लैपटाप, डेस्कटॉप के ऊपर कंट्रोल / नियंत्रण भी प्राप्त किया जा सकता है।
- अपने खाते से संबन्धित किसी भी तरह की जानकारी किसी के साथ शेयर ना करें, विशेषकर किसी अनजान व्यक्ति के साथ। तुरंत इसकी सूचना किशनगंज पुलिस को दें।
- अपना पिन और पासवर्ड गुप्त रखें। समय-समय पर बैंक से संबंधित पासवर्ड को सुरक्षित तरीके से बदलें और किसी को ना बताएं फिर वो कितना भी खास क्यों ना हो।
- एटीएम के गार्ड या वहां खड़े अनजान व्यक्तिओं को अपना कार्ड और पिन नम्बर बिलकुल ना दें। कुछ लोग ऐसी जगहों पर मदद करने के बहाने ठगने के लिए आतुर रहते हैं। अक्सर वो कार्ड बदल देते हैं और विभिन्न तरीकों से धोखाधड़ी हो जाती है।
- फोन, ईमेल, एसएमएस या किसी भी लिंक पर अपने खाते का विवरण / आईएनबी क्रेडेंशियल अर्थात आपके खाते की इन्टरनेट संबंधी जानकारी / एटीएम कार्ड विवरण आदि किसी को न दें।
- याद रखें की कोई भी ख्यातिप्राप्त बैंक या उनका कोई भी प्रतिनिधि ग्राहकों की व्यक्तिगत जानकारी, पासवर्ड या वन टाइम एसएमएस/ OTP (उच्च सुरक्षा) पासवर्ड प्राप्त करने के लिए कभी भी ईमेल / एसएमएस या कॉल नहीं करता है।
- कृपया हमेशा ध्यान रखें कि शाखा संपर्क विवरण प्राप्त करने के लिए गुगल सर्च इंजन पर उपलब्ध संपर्क नंबर और विवरण पर भरोसा न करें। इस उद्देश्य के लिए केवल सम्बंधित बैंक की अधिकृत वेबसाइट का उपयोग करें।
- आप इस तरह के धोखाधड़ी पूर्ण प्रस्तावों / घटनाओं का विवरण तुरंत स्थानीय पुलिस अधिकारियों अथवा नजदीकी बैंक की शाखा को भी सूचित कर सकते हैं।
- साइबर सेफ पोर्टल भारत सरकार का अत्याधुनिक माध्यम है जिसमें सम्बंधित फ्रॉड, धोखाधड़ी की सूचना टिकट के रूप में दर्ज की जाती है और विभिन्न सरकारी एजेंसी इसमें तुरंत कार्रवाई कर 3 दिनों के अन्दर पैसा भी लौटा सकती है।
- अत: इसके लिए तुरंत नजदीकी थाना और किशनगंज पुलिस अधीक्षक कार्यालय के तकनीकी शाखा से संपर्क करें।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें। जागरूकता फैलाएं। अन्य लोगों को भी सतर्क करें। एसपी ने कहा कि किशनगंज पुलिस आपकी सेवा में सदैव तत्पर है। लोगों को नए तरह से क्राइम से बचने के लिए उक्त बातों का ध्यान रखना होगा। उन्होंने बताया कि 'साइबर दोस्त' भारत सरकार की अधिकारिक वेबसाइट पर भी तत्काल शिकायत दर्ज करवायी जा सकती है।